सभी कातिब को कहिए मास्क पहने, बहुत सख्ती है, समझ रहे हैं न

नवादा : सभी कातिब को कहिए मास्क पहने, जो लोग आ रहे हैं उन्हें भी सतर्क करिए, शारीरिक दूरी भी बनाकर रखना है, बात समझ रहे हैं न, बहुत सख्ती हो रही है, नहीं संभलिएगा तो 3-4 दिनों के लिए लॉकडाउन हो जाएगा, फिर..। दिन के करीब 1 बजे यह संवाद मोबाइल के जरिए हो रहा था जिला निबंधन कार्यालय में। कार्यालय के प्रधान सहायक शंभु कुमार झा समझाने के लहजे में वसिका नवीस (कातिब) संघ के महासचिव फखरूद्दीन अली अहमद उर्फ चामो को संदेश दे रहे थे कि कोरोना से बचाव को सरकार की गाइडलाइन का पालन करिए व अपने लोगों से कराइए। जाहिर सी बात है कि संदेशा दिया जा रहा था तो कहीं न कहीं वरीय अधिकारियों को कुछ निर्देश आया होगा। हम भी, इसी मामले की पड़ताल करने को ही निबंधन कार्यालय पहुंचे थे कि कोरोना संकट से बचाव को यहां क्या सुविधाएं है और काम-काज का तरीका क्या है।

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प्रधान सहायक श्री झा को परिचय देते हुए सवाल किया कि कोरोना से बचाव के क्या उपाय किए गए हैं। उनका जवाब था कि हमलोग पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। अभी कातिब संघ के महासचिव को सतर्कता बरतने और कोरोना से बचाव को सरकार के गाइड लाइन का पालन करने-कराने को कहा गया है। कार्यालय परिसर में शारीरिक दूरी का पालन कराया जा रहा है। हैंडवॉश व सैनिटाइजर की व्यवस्था है। भीड़-भाड़ न हो इसके लिए निबंधन कराने आने वालों के लिए दिन-समय का निर्धारण पूर्व में कर दिया जाता है। क्रेता-विक्रेता व गवाह को ही अंदर प्रवेश की अनुमति है। मास्क का इस्तेमाल तो सभी कर ही रहे हैं।
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दावों की पड़ताल, आधी हकीकत आधा फसाना
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- प्रधान सहायक के दावों की हकीकत की पड़ताल की जाने लगी तो आधी हकीकत आधा फसाना वाली स्थिति सामने आई। प्रतीक्षालय में फिजिकल डिस्टेंसिग का अनुपालन बिल्कुल ही नहीं हो रहा है। बैठने की व्यवस्था ही ऐसी है कि शारीरिक दूरी का अनुपालन होना संभव ही नहीं है। जगह की कमी और आसपास सटी कुर्सियों पर शारीरिक दूरी बनाए रखने में बाधक है। बाहर से आने वालों के लिए हैंडवॉश की कोई सुविधा परिसर में नहीं है। नल का जल उपलब्ध भी है तो साबुन की व्यवस्था नहीं दिखा। इसी प्रकार वसिका नवीसों के कार्यस्थल में भी कोई सुविधा नहीं दिखा। न तो शारीरिक दूरी का अनुपालन न ही मास्क का सही से इस्तेमाल। वैसे कुछ कातिब अपने पास हैंड सैनिटाइजर रखे थे। लेकिन वह तो खुद की सुविधा के बचाव को था, आने वालों के लिए कोई इंतजामात नहीं थे। भूमि निबंधन कराने पहुंची नालंदा जिला के गिरियक प्रखंड के कोयरिया बिगहा गांव की मंजू देवी कहती हैं कि उन्हें कोई असुविधा नहीं हुई। हालांकि वह स्वयं ही मास्क की बजाय आंचल से चेहरा छुपाने का प्रयास कर रही थी। साथ रहे पति मेघनाथ ने कहा कि हाथ धोने के लिए पानी-साुबन होना चाहिए था।
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क्या है कार्यप्रणाली
- निबंधन के लिए दिन व समय पूर्व से ही निर्धारित हो रहा है। दो दिन पूर्व ही ऑनलाइन आवेदन के बाद निबंधन की तिथि व समय का आवंटन हो जाता है। अनावश्यक भीड़ न हो इसके लिए तीन लोगों क्रेता, विक्रेता व गवाहों को ही बुलाया जाता है। निर्धारित तिथि व समय पर क्रेता-विक्रेता गवाह के साथ पहुंचते और तमाम औपचारिकताएं पूरी की जाती है। हर काउंटर पर काम करने वाले कर्मियों के पास अपनी सुरक्षा के लिए हैंड सैनिटाइजर होता है, मास्क का इस्तेमाल भी सभी कर्मी करते दिखते हैं।
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कहते हैं कातिब संघ के महासचिव
- हम लोग सरकार के गाइड लाइन का पूरी तरह से अनुपालन कर रहे हैं। मास्क, हैंड सैनिटाइजर को इस्तेमाल व शारीरिक दूरी का अनुपालन किया जा रहा है। हां, आने वालों लोगों के लिए हैंडवॉश की सुविधा नहीं है।
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कहते हैं अधिकारी
- सरकार की सभी गाइडलाइन का अनुपालन कराया जा रहा है। सुबह-शाम परिसर को सैनिटाइज्ड कराया जाता है। हर कांउटर पर हैंडवाश व सैनिटाइजर उपलब्ध है। काउंटर पर पहुंचने वालों का हाथ सैनेटाइज्ड कराया जाता है। वेटिग हॉल में जगह कम रहने के कारण थोड़ी समस्याएं आ रही है। हॉल को विस्तारित करने के लिए भवन निर्माण विभाग को लिखा गया है। दस्तावेज नवीसों को भी सरकार के गाइड लाइन का अनुपालन करने का लिखित निर्देश दिया गया है।
धनंजय राव, जिला अवर निबंधक, जिला अवर निबंधन कार्यालय, नवादा।
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