तब्बू की बड़ी बहन कभी थीं हिट एक्ट्रेस, आज खामोशी से ऐसे बिता रही जीवन

फराह नाज तो याद होंगी आपको, वही फराह. जिनकी मासूम आंखें और बेपरवाह हंसी लाखों की भीड़ में भी आपका ध्यान खींच सकती है। तब्बू की बड़ी बहन, 80 और 90 के दशक की मशहूर अदाकार फराह नाज ने 80 और 90 के दशक में फासले, नसीब अपना-अपना और यतीम जैसी कई सुपरहिट फिल्में दी।फराह नाज का जन्म 9 दिसंबर 1968 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। इनकी मां एक टीचर थी। फरहा ने यश चोपड़ा की फिल्म फासले से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने 20 साल के फिल्मी करियर के दौरान लगभग 60 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है। इस दौरान उन्होंने कई सारी हिट फिल्में की है। फराह नाज को आखिरी बार 2005 में फिल्म शिखर में देखा गया था |फराह नाज अपनी खूबसूरती के साथ साथ अपनी अदाकारी में भी सबका दिल जीत रही थी। खूबसूरती और टैलेंट का बेशकीमती मिश्रण होने के बावजूद फराह ने तब फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ दी जब वह अपने पीक पर थी। फराह, तब्बू की बड़ी बहन थी। इनकी मां एक टीचर थी, एक बार किसी मौकों पर सदाबाहर अभिनेता देवानंद शबाना आजमी के घर पहुंचे थे। वहां फराह भी मौजूद थी। देवानंद की नजर फराह पर पड़ी तो उसे अपनी फिल्म में रोल ऑफर किया। लेकिन फराह की मां ने साफ मना कर दिया।साल 1985 में यश चोपड़ा फिल्म 'फासले' बना रहे थे। इसके लिए उन्हें फ्रेश चेहरे की तलाश थी। देवानंद ने ही यश चोपड़ा को फराह के नाम का सुझाव दिया था। साथ ही ये भी बताया था कि फराह की मां बेटी को फिल्मों के एक्टिंग के नाम पर भड़क सकती हैं। यश चोपड़ा ने शबाना आजमी को जिम्मेदारी थी कि वो जाएं और फिल्म के लिए फराह के मां को राजी करें। शबाना आजमी इसमें कामयाब भी रहीं।फराह नाज ने अपनी पहली फिल्म में लोगों का दिल जीत लिया। लोगों का रिस्पॉन्स ऐसा मिला कि उनके पास धड़ाधड़ फिल्मों के ऑफर आने लगे। अपने वक्त में फराह ने दौर के सुपरस्टारों के साथ काम किया।

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