रिया चक्रवर्ती नहीं बता पायी अपनी कमाई के स्रोत के बारे मे, 5 वर्ष के ITR को लेकर पूछे गया सवाल

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput case) के सुसाइड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस की जाँच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को दोबारा

रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) से फिर पूछताछ की। इसमें रिया से उनकी सोर्स ऑफ इनकम के बारे में भी पूछताछ हुई। लेकिन वह अपनी कमाई के स्रोत के बारे मे नहीं बता पाईं। सूत्रों के मुताबिक 5 वर्ष के ITR को लेकर रिया चक्रवर्ती से सवाल पूछा गया तो उनका बोलना था कि उन्हें आयकर रिटर्न की जानकारी ज्यादा नहीं है। उनकी कमाई, खर्च, प्रॉफिट व लॉस से जुड़ी जानकारी उनकी पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी व चार्टर्ड एकाउंट ेंट रितेश शाह ही देखते हैं। जिसके बाद प्रवर्तन निर्देशालय की टीम ने उनसे भी आईटीआर व सोर्स ऑफ इनकम को लेकर पूछताछ की है। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक रिया बॉलीवुड से होने वाली कमाई की स्थान सोशल कॉज व सांस्कृतिक कार्यक्रमों से होने वाली कमाई को अपनी बढ़ी हुई इनकम का आधार बता रही हैं। ये ठीक नहीं बैठता है। इसके अतिरिक्त रिया आय के स्रोतों के कोई ऑफिसियल इनकम का सोर्स नहीं बता पाई हैं। उनकी इनकम, इन्वेस्टमेंट व खर्च का सही-सही आकलन नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक रिया से जब उनके आईटीआर व चल-अचल संपत्ति के बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने खार का घर लेने के लिए 60 लाख का कर्ज़ लिया है जबकि 25 लाख रुपये की डाउन पेमेंट व रजिस्ट्रेशन, स्टाम्प ड्यूटी, GST उन्होंने अपनी इनकम से भरे हैं। वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ में रिया चक्रवर्ती से इस केस से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी मांगे हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने रिया चक्रवर्ती के उनके भाई शौविक चक्रवर्ती व पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती की वर्ष भर में हुई वार्ता के चैट खंगाले व इसके अतिरिक्त इन तीनों के ही फोन के डंप एनालिसिस के जरिए डिलीट डाटा को रिकवर किया। मुद्दे की जाँच में इंद्रजीत चक्रवर्ती ने नवी मुंबई में वर्ष 2011 में खरीदे गए फ्लैट व वर्ष 2019-20 में उसे विविडरेज रियलिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड व फ्रंट इंडिया फॉर वर्ल्ड फाउंडेशन कंपनी के नाम पर सेल कम्पनियों के बनाने को लेकर आरोपों पर सफाई देते हुए बयान दिया है।उन्होंने बोला है कि वर्ष 2011 में उन्होंने इस फ़्लैट को खरीदा था। सुशांत सिंह राजपूत, शोविक व रिया ने जब स्टार्टअप के तहत इन दोनों कम्पनियों को प्रारम्भ किया तब उन्हें ROC के लिए एक परमानेंट एड्रेस की आवश्यकता थी। लिहाजा उन्होंने नवी मुम्बई के इस फ्लैट को अधिकारिक एड्रैस के तौर पर प्रयोग करने के लिए अपने इस एड्रैस के प्रयोग की परमिशन दी। ये किसी सेल कम्पनी के लिए प्रयोग होने वाला पता नहीं है। कम्पनी शुरुआती स्तर पर थी व पूरी तरह फंक्शनल नहीं थी।प्रवर्तन निदेशालय को रिया व शोविक की पूछताछ से पता चला कि विविडरेज रियलिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड कंवनी को रजिस्टर करते समय रिया चक्रवर्ती, शोविक चक्रवर्ती व सुशांत सिंह राजपूत तीनों ही कंपनी के डायरेक्टर बने व इस कम्पनी के ऑपरेशन के लिए लगने वाली शुरुआती फंडिंग के लिए 24-12-2019 को शोविक चक्रवर्ती व रिया चक्रवर्ती ने मां संध्या चक्रवर्ती के जॉइंट एकाउंट से 33,340 रुपये के 2 चेक जमा करवाए थे। 33,340 रुपये की इतनी ही रकम सुशांत के एकाउंट से भी कंपनी में जमा की गई थी। रिया व शोविक के मुताबिक इस कम्पनी में केवल यही 1 लाख रुपये लगाए गए थे इसके अतिरिक्त कोई अन्य रकम इसमें इनवेस्ट नहीं की गई। 1 लाख की ये रकम कम्पनी की कैपिटल है।

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