हिसुआ को अनुमंडल बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी



संसू, हिसुआ ( नवादा ) : हिसुआ को अनुमंडल बनाने की मांग पुन: उठने लगा है । हिसुआ अनुमंडल बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामयतन प्रसाद सिंह कि अध्यक्षता में रविवार को हिसुआ देवी स्थान में एक बैठक हुई। उन्होंने बताया कि हिसुआ , नरहट , मेसकौर एवं नारदीगंज प्रखंड को मिलाकर अनुमंडल बनाने की मुहिम वर्षों से चल रहा था । संघर्ष समिति ने इसके लिए चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन भी चलाया था तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्ताक्षर युक्त आवेदन भी दिया था । अनुमंडल बनाने को लेकर करीब सैकड़ों की संख्या में हिसुआ , नरहट , मेसकौर एवं नारदीगंज के लोगों ने स्थानीय विधायक अनिल सिंह का दरवाजा भी खटखटाया था । लोगों की भावनाओं को देखते हुए विधायक ने 2010 में विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प के माध्यम से सरकार का ध्यान हिसुआ को अनुमंडल बनाने के लिए आकृष्ट कराया था । विधायक द्वारा उठाये गये प्रश्न पर तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री विजेन्द्र यादव ने विधायक को आश्वस्त कराया था कि हिसुआ को अनुमंडल बनाया जायेगा ।सरकार के इसी निर्णय के आलोक में मुख्य सचिव ने तत्कालीन जिलाधिकारी देवेश सेहरा से नया अनुमंडल बनाने का प्रस्तावित खाका की मांग किया था । मुख्य सचिव के आदेश के आलोक में लॉ एंड ऑडर को ध्यान में रखते हुए नारदीगंज , हिसुआ,मेसकौर और नरहट प्रखंड को मिलाकर प्रस्तावित अनुमंडल का प्रस्ताव सरकार को 2011 में भेजा था । लेकिन सरकार के उपेक्षा के कारण उस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । कहा कि नरहट एवं मेसकौर का अनुमंडल रजौली रहने के कारण मेसकौर को लोगों को 50 किलोमीटर जबकि नरहट के लोगों को 30 से 35 किलोमीटर की दूरी तय कर रजौली जाना पड़ता है । उन्होंने कहा कि यदि हिसुआ को अनुमंडल बनाया जाता है तो मेसकौर के लोगों को अनुमंडल कार्यालय तक पहूंचने में 10-15 किलोमीटर एवं नरहट को मात्र 10 किलोमीटर की दूरी ही तय करना पड़ेगा । मौके पर पुरूषोतम सिंह, व्यास यादव , जितेन्द्र कुमार, अरविन्द कुमार, मोहित सिंह, उमेश यादव, बाबुलाल सहित दर्जन भर लोग उपस्थित थे ।
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Posted By: Jagran
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