अगले महा की इस तारीख से होगा शारदीय नवरात्रों का त्यौहार, जानिए माता दुर्गा की आराधना का क्या है महूर्त?

इस बार नवरात्रि का पर्व अश्वनी मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होगा जो 17 अक्टूबर को है। इस दिन सूर्य कन्या राशि में चंद्रमा तुला राशि में विराजमान रहेंगे।

नवरात्रि के प्रथम दिन घट स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रात: 6.23 से 10.12 बजे तक रहेगा। देवीभाग्वत पुराण में इस बात का जिक्र है की देवी के आगमन का अलग-अलग वाहन है।
माना जाता है कि अगर नवरात्री की शुरुआत सोमवार या रविवार को हो रहा है तो इसका मतलब वो हाथी पर आयेंगी। वहीं अगर शनिवार या फिर मंगलवार को कलश स्थापना हो रही है तो मां घोड़े पर सावर आती है। गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्र का आरंभ हो रहा हो तब माता डोली पर आती हैं।
हिन्दू धर्म ग्रंथ और पुराणों के अनुसार शारदीय नवरात्रि माता दुर्गा की आराधना का श्रेष्ठ समय होता है। नौ दिनों तक मां के अलग-अलग रुपों की पूजा बेहद धूम-धाम औऱ प्यार से की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के साथ ही मां की पूजा शुरु हो जाती है और हर पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर दी जाती है।
बुधवार के दिन मां नाव को अपना सवारी बनाती हैं। इस बार दुर्गा पूजा और नवरात्र की शुरूआत शनिवार से हो रही है, ऐसे में मां घोड़े को अपना वाहन बनाकर धरती पर आयेंगी। मां का घोड़े पर आना शुभ नहीं माना जाता है।

अन्य समाचार