एनसीबी ने सुशांत से जुड़े ड्रग मामले में दीपिका, सारा, श्रद्धा से की पूछताछ

तीनों अभिनेत्रियों के अलावा एनसीबी ने दीपिका की पूर्व मैनेजर करिश्मा प्रकाश से भी पूछताछ की। एनसीबी के सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर 2017 की एक कथित चैट में दीपिका और करिश्मा ड्रग्स की कथित खरीद पर अस्पष्ट थीं।

कोलाबा क्षेत्र में एनसीबी के गेस्टहाउस में सुबह 10 बजे से पहले पहुंची दीपिका दोपहर करीब 3.30 बजे रवाना हुईं।
यहां तक कि दूसरी बार शनिवार को सुबह 10.45 बजे पूछताछ के लिए उपस्थित हुईं करिश्मा भी लगभग 3.30 बजे दोपहर में रवाना हुईं।
एनसीबी को दीपिका और करिश्मा के चैट से अक्टूबर 2017 का विवरण मिला है, जिसमें दोनों ड्रग पर चर्चा कर रहे थे और क्लब कोको में मिलने की योजना बनाई थी।
दीपिका और करिश्मा को एनसीबी ने ड्रग से जुड़े मामले में नाम आने के बाद समन जारी किया था।
इसी बीच सुबह 11.45 बजे के आसपास बॉलार्ड पियर क्षेत्र में एनसीबी कार्यालय पहुंची श्रद्धा शाम 6 बजे निकलीं।
वहीं एनसीबी के कार्यालय दोपहर 1 बजे के आसपास पहुंची सारा से साढ़े चार घंटे तक पूछताछ की गई।
सुशांत के पूर्व मैनेजर जय साहा के साथ सीबीडी तेल मांगने के कारण श्रद्धा का नाम सामने आया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह सुशांत के साथ पवना रिसोर्ट भी गई थीं।
वहीं रिया चक्रवर्ती ने एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान दावा किया कि दिवंगत अभिनेता ने केदारनाथ की शूटिंग के दौरान मारिजुआना का धूम्रपान करने की लत लगाई थी। इस दावे से सारा अली खान के लिए मुसीबतें बढ़ गईं, क्योंकि फिल्म में सारा ने सुशांत के साथ अभिनय किया था।
दीपिका को बुधवार को उस समय तलब किया गया, जब वह एक फिल्म की शूटिंग के लिए गोवा में थीं। वह गुरुवार को मुंबई पहुंची और शुक्रवार को एजेंसी के सामने पेश होने वाली थीं। लेकिन दीपिका की कानूनी टीम के अनुरोध पर एनसीबी ने पूछताछ शनिवार के लिए स्थगित कर दिया।
एनसीबी ने शुक्रवार को अभिनेत्री रकुलप्रीत सिंह और करिश्मा का बयान दर्ज किया था।
एनसीबी द्वारा तीनों अभिनेत्रियों से पूछताछ पर टिप्पणी करते हुए एक प्रसिद्ध आपराधिक वकील जयकुश हून ने कहा कि एनसीबी के मुख्य केंद्र बिंदु अभिनेत्रियों के साथ पूछताछ छह पहलुओं के आसपास घूमती है, खरीद, भुगतान, भागीदारी, अपराध में भागीदार, उपभोग और खपत का अंतिम स्थान।
हून ने कहा, यदि वे चल रही जांच में एजेंसी को सहयोग प्रदान करती हैं, तो एनसीबी उन पर दंडनीय अपराध के लिए एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा -8 (सी), 20 (बी) (बी), 22 (ए), 27 (बी) के तहत मामला दर्ज करेगी। यदि वे जांच में सहयोग नहीं करती हैं तो उन पर धारा- 8 (सी), 20 (बी) (सी), 22 (बी), 22 (सी), 27 (ए) और 28,29,30 एक ही अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
एनसीबी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सुशांत की मौत मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किए जाने के बाद मामला दर्ज किया और उसके बाद रिया, उनके भाई शोविक और सुशांत के घर के मैनेजर सैमुएल मिरांडा के फोन पर ड्रग्स की कथित चैट पाई गई।
ईडी ने तब ड्रग के मामले की जांच के लिए एनसीबी को पत्र लिखा था।
मामला दर्ज करने के बाद एनसीबी ने कई लोगों से पूछताछ की और रिया, शोविक, मिरांडा, सुशांत के निजी कर्मचारी दीपेश सावंत को गिरफ्तार करने के साथ 16 अन्य लोगों से पूछताछ की।
एनसीबी ने सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी, धर्मा प्रोडक्शंस के पूर्व कार्यकारी निर्माता क्षितिज प्रसाद रवि, क्वान टैलेंट मैनेजमेंट एजेंसी के सीईओ ध्रुव चिटगोपेकर, प्रख्यात निर्माता मधु मंतेना वर्मा और कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की है।
--आईएएनएस
एमएनएस/एएनएम

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