आयोग का चला डंडा,दीवारों पर नहीं दिख रहे पोस्टर

संसू,नारदीगंज: विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है। चुनाव की डुगडुगी बजने के बाद राजनैतिक दलों के माध्यम से दीवारों पर पोस्टर बैनर नहीं दिख रहा है।ऐसा चुनाव आयोग द्वारा आदेश जारी होने के बाद असर दिख रहा है। राजनैतिक दल दीवारों पर पोस्टर बैनर लगाने से परहेज कर रहे है। चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नामांकन की प्रक्रिया भी 1 अक्टूबर से शुरू हो गया है । नवादा जिले में प्रथम चरण में विधानसभा का चुनाव होना है। आगामी 28 अक्टूबर को मतदान होगा। लेकिन नारदीगंज बाजार में चुनाव का कोई माहौल नहीं दिख रहा है। कहीं भी तामझाम नहीं है। सिर्फ चाय पान की दुकानों पर चुनावी चर्चा हो रही है। दस वर्ष पूर्व चुनाव की घोषणा होते ही राजनैतिक गर्माहट शुरू हो जाती थी। बाजारों के अलावा ग्रामीण इलाकों में पोस्टर,बैनर से दीवारों को रंग दिया जाता था। बड़े बड़े होडिग को लगाकर प्रचार प्रसार किया जाता था। इसके अलावा दीवारों पर स्लोगन लिखकर पार्टी और प्रत्याशी का प्रचार प्रसार किया जाता था। लेकिन चुनाव आयोग द्वारा खर्च पर सख्ती की वजह से भी राजनैतिक दलों द्वारा पोस्टर,बैनर नहीं लगाया जा रहा है। इधर कोरोना व लॉकडाउन के कारण संभावित प्रत्याशी भी अपनी ताकत झोंक रहे हैं। गांव-गांव जाकर मतदाताओं को अपनी ओर लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर बैनर लगाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं गृहस्वामी के इजाजत पर ही कोई राजनैतिक दल उनके घरों पर पोस्टर बैनर,झंडा लगायेंगे,अन्यथा उनके उपर चुनाव आयोग की पैनी नजर है। आदर्श आचार संहिता का मामला भी दर्ज होगा।

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