कोरोना की मार, फीका रहेगा दशहरे का त्योहार

बगहा। दशहरे का त्योहार कोरोना संकट के कारण इस बार फीका रहेगा। कलश स्थापना 17अक्टूबर व विजयादशमी का त्योहार 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पूजन के लिए विभिन्न सिद्ध स्थलों से लेकर घर-घर कलश स्थापना होगी। लेकिन पूजा पंडाल, मेले की धूम, लाउडस्पीकर, जगराता, देवी गीत व माता की आरती की गूंज सुनने को कहीं नहीं मिलेगी।

सरकारी निर्देश के अनुसार देवालयों में ही पूजा की जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति स्थापना व मेला लगाने की अनुमति नहीं है। भंडारा का आयोजन नहीं होगा। तो स्वभाविक है कि प्रसाद भी नहीं बंटेगा। हर जगह शारीरिक दूरी का पालन करना आवश्यक कर दिया गया है। पूजा समिति के सदस्य इस वर्ष मायूस हैं। वहीं मेले में खिलौने आदि के कारोबार करने वाले मंदी और उदासी के दौर से गुजर रहे हैं। अहिरानी टोला निवासी खिलौना व्यवसायी अरुण कुमार ने बताया कि सावन के मेला में भी हमारा कारोबार मंदा रहा, चैती छठ से लेकर तमाम त्योहारों पर अच्छी कमाई करने वाले अपने परिवार की भरण पोषण के लिए मजदूरी करने को विवश हैं। मेला में लोहा निर्मित सामान बनाने वाले गोनौली के पंकज शर्मा ने बताया कि घर पर लोहा का काम होता है। वाल्मीकिनगर के त्रिवेणी मेला से लेकर मदरिया मेला, दशहरा छठ आदि में सामान बेचकर सालों भर हंसी खुशी परिवार का भरण पोषण करते हुए कुछ नकद जमा भी कर लेते थे। कोरोना की मार ने हमें बर्बाद कर दिया।
बालू लेकर जा रही ट्रैक्टर-ट्राली पुल की रेलिग से टकराई, ड्राइवर की बची जान यह भी पढ़ें
------------------------------------
कहते हैं पूजा समिति के अध्यक्ष :- सरकारी निर्देश के अनुपालन में आदर्श आचार संहिता व कोरोना काल को देखते हुए पूजा समिति ने निर्णय लिया है कि पंडाल बनाकर पूजा नहीं की जाएगी। सभी सदस्य गण व भक्तगण अपने घर पर ही कलश स्थापित कर मां दुर्गा की अराधना करेंगे।
हरि प्रसाद, अध्यक्ष पूजा समिति रेलवे स्टेशन चौक
सरकारी भूमि की आधारहीन जमाबंदी को रद करने का तुरंत भेजें प्रस्ताव यह भी पढ़ें
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार