आज का हिन्दू पंचांग और किन उपायों को करने से आप कार्यों में आने वाली  बाधाओं को दूर कर सकते हैं.....

????????? ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ ?⛅ *दिनांक 20 अक्टूबर 2020*⛅ *दिन - मंगलवार*⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*⛅ *शक संवत - 1942*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - शरद*⛅ *मास - अश्विन*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - चतुर्थी दोपहर 11:19 तक तत्पश्चात पंचमी*? *आज की चंद्र राशि  वृश्चिक  ( न , य )  रात 26 - 13 के बाद धन ( भ , ध फ , ढ ) है ।*⛅ *नक्षत्र - ज्येष्ठा 21 अक्टूबर रात्रि 02:12 तक तत्पश्चात मूल*⛅ *योग - सौभाग्य सुबह 09:49 तक तत्पश्चात शोभन*⛅ *राहुकाल - शाम 03:15 से शाम 04:41 तक* ⛅ *सूर्योदय - 06:37* ⛅ *सूर्यास्त - 18:09*  .⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में* .⛅ *व्रत पर्व विवरण - मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से दोपहर 01:19 तक), उपांग-ललिता पंचमी* . ? *विशेष - चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* .               ? *~ हिन्दू पंचांग ~* ? .

? *विघ्न-बाधा में* ? .?? *आदित्य ह्रदय स्तोत्र भगवान रामजी को अगस्त्य मुनि ने दिया था l आदित्य ह्रदय स्तोत्र ३ बार जपने से विघ्न-बाधा व आरोप लगाने वालों को सफलता नहीं मिलती -* .             ? *~ हिन्दू पंचांग ~* ?हर व्यक्ति को काम आरंभ करते समय यह उम्मीद होती है कि वह सफल अवश्य होगा परंतु कभी कभी कोई भी कार्य करों तो पूर्ण नहीं हो पाता है बार-बार असफलता मिलती है या फिर कार्य किसी भी कार्य में बाधाएं बहुत आती हैं तो व्यक्ति मानसिक तौर पर बहुत परेशान हो जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो ज्योतिष में इसके लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनको करने से आप कार्यों में सफलता पा सकते हैं। जानते हैं किन उपायों को करने से आप कार्यों में आने वाली  बाधाओं को दूर कर सकते हैं।।                        1:तुलसी को पौधे को बहुत पवित्र और पूजनीय माना गया है। ज्योतिष के अनुसार तुलसी का पौधा घर लगाने से सकारात्मकता आती है। अगर आपके काम बनते बनते रह जाते हैं तो श्यामा तुलसी का पौधा लगा और उस पौधे में नियमित रुप  संध्या के समय घी की दीपक प्रज्वलित करें। इस उपाय को नियम पूर्वक पूरे विश्वास और श्रद्धा के साथ करना चाहिए। इससे आपको समस्या का समाधान हो जाएगा।   2:सुबह को स्नानादि करने के पश्चात थोड़े से चावल पीसकर उसमें हल्दी मिला लें उस मिश्रण से घर के मुख्य दरवाजे पर ऊं का चिह्न बना दें। ऐसा करने से आपके घर की सारे विघ्न बाधाएं दूर होती हैं।।    3::यदि बहुत प्रयास करने पर भी आपको कार्यों में सफलता नहीं मिल पा  रही है और हर कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है तो गीता के 11वें अध्याय का पाठ नियमित रुप से करना चाहिए। इससे आपके कार्यों में आ रहीं बाधाएं जल्द ही दूर होंगी। 4:किसी भी कार्य के लिए बाहर जाने सेपहले अपने से बड़ो और माता-पिता का आशीर्वाद ग्रहण करें। बाहर निलकते समय दायां पैर बाहर निकालें। ऐसा शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इससे कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
? *उपांग ललिता व्रत* ??? *आदि शक्ति मां ललिता दस महाविद्याओं में से एक हैं। आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को इनके निमित्त उपांग ललिता व्रत किया जाता है। यह व्रत भक्तजनों के लिए शुभ फलदायक होता है। इस वर्ष उपांग ललिता व्रत 20 अक्टूबर, मंगलवार को है। इस दिन माता उपांग ललिता की पूजा करने से देवी मां की कृपा व आशीर्वाद प्राप्त होता है। जीवन में सदैव सुख व समृद्धि बनी रहती है।*?? *उपांग ललिता शक्ति का वर्णन पुराणों में प्राप्त होता है, जिसके अनुसार पिता दक्ष द्वारा अपमान से आहत होकर जब माता सती ने अपना देह त्याग दिया था और भगवान शिव उनका पार्थिव शव अपने कंधों में उठाए घूम रहें थे। उस समय भगवान विष्णु ने अपने चक्र से सती की देह को विभाजित कर दिया था। इसके बाद भगवान शंकर को हृदय में धारण करने पर इन्हें ललिता के नाम से पुकारा जाने लगा।*?? *उपांग ललिता पंचमी के दिन भक्तगण व्रत एवं उपवास करते हैं। कालिका पुराण के अनुसार, देवी की चार भुजाएं हैं, यह गौर वर्ण की, रक्तिम कमल पर विराजित हैं। ललिता देवी की पूजा से समृद्धि की प्राप्त होती है। दक्षिणमार्गी शास्त्रों  के मतानुसार देवी ललिता को चण्डी का स्थान प्राप्त है। इनकी पूजा पद्धति देवी चण्डी के समान ही है। इस दिन ललितासहस्रनाम व ललितात्रिशती का पाठ किया जाए तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है।*पंचक
25 अक्टूबर दोपहर 3.24 से 30 अक्टूबर दोपहर 2.56 बजे तक
21 नवंबर रात्रि 10.24 से 26 नवंबर रात्रि 9.20 बजे तक
19 दिसंबर प्रातः 7.16 से 23 दिसंबर तड़के 4.32 बजे तक
एकादशीपापांकुशा एकादशी- 27 अक्टूबर दिन मंगलवार
रमा एकादशी- 11 नवंबर दिन बुधवार
 देवुत्थान एकादशी- 25 नवंबर दिन बुधवार
उत्पन्ना एकादशी- 11 दिसंबर दिन शुक्रवार
मोक्षदा एकादशी- 25 दिसंबर दिन शुक्रवार
प्रदोष
बुधवार, 28 अक्‍टूबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
शुक्रवार, 13 नवंबर - प्रदोष व्रत (कृष्ण)
शुक्रवार, 27 नवंबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
शनिवार, 12 दिसंबर - शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)
रविवार, 27 दिसंबर - प्रदोष व्रत (शुक्ल)
अमावस्या
रविवार, 15 नवंबर    कार्तिक अमावस्यासोमवार, 14 दिसंबर    मार्गशीर्ष अमावस्या
पूर्णिमा
शनिवार, 31 अक्टूबर    अश्विन पूर्णिमा व्रतसोमवार, 30 नवंबर    कार्तिक पूर्णिमा व्रतबुधवार, 30 दिसंबर    मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत।                                                      ???????जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं।                दिनांक 20 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख-दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है।  आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। 
 शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29  शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92 
 शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036 ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे  कैसा रहेगा यह वर्षलेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी।

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