Corona को हरा चुके अब आ रहे दूसरों का जीवन बचाने के लिये आगे

गुरुग्राम। कोरोना को मात दे चुके हरियाणा के गुरूग्राम जिला वासी अब प्लाज्मा दान कर दूसरे संक्रमितों को इस महामारी से लड़ने में मदद कर रहे हैं। अब तक 338 लोग अपना प्लाज़्मा दान करने के लिये आगे आ चुके हैं। जिला उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिले में प्लाज्मा दान करने मुहिम धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है और अब तक कोरोना से स्वस्थ हो चुके 338 लोग अपना प्लाज़्मा दान करने की इच्छा जता चुके हैं। अब लोगो में प्लाज़्मा दान करने को लेकर गलतफहमियां दूर हो रही हैं और वे बेहिचक आगे आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्लाज़्मा लेते समय व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच की जाती है और पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने वाले व्यक्ति का ही प्लाज़्मा लिया जाता है।

उपायुक्त ने बताया कि सभी 338 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई जिसके पश्चात इनमें से 2०2 लोग प्लाज़्मा दान करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ पाए गए। इन 2०2 व्यक्तियों से 4०1 यूनिट प्लाज़्मा रोटरी ब्लड बैंक को प्राप्त हुआ है। इसमें से रोटरी ब्लड बैंक ने 397 यूनिट प्लाज़्मा दूसरे कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आगे दे दिया है। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा दान करने वाले व्यक्ति को रोटरी क्लब की ओर से प्रशस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया जा रहा है। इसके अलावा, प्लाज़्मा दानकर्ता को रोटरी क्लब की ओर से एक कार्ड बनाकर भी दिया जाता है जिसका वे जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि व्यक्ति एक साल तक जरूरत के अनुसार रोटरी क्लब से ब्लड निशुल्क ले सकता है।
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि 18 से 6० वर्ष की आयु का कोई स्वस्थ व्यक्ति प्लाज़्मा दान कर सकता है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के उपरांत 14 दिन के भीतर प्लाज़्मा दान किया जा सकता है। महिलाओं में केवल वे ही प प्लाज़्मा दान कर सकती हैं जो कभी मां नहीं बनी या जिसका कभी मिसकैरेज अर्थात गर्भपात नहीं हुआ हो। पुरुषों में कोई भी निरोग पुरुष प्लाज़्मा दान कर सकता है। यदि व्यक्त मधुमेह रोगी है और उसका ब्लड शुगर स्तर नियंत्रित है और इंसुलिन पर निर्भर नहीं है तो वह भी प्लाज़्मा दान कर सकता है। प्लाज़्मा दान करने से पहले व्यक्ति को अधिकाधिक तरल पदार्थ पीना चाहिए और कम से कम दो घंटे पहले उचित भोजन लेना चाहिए। ()

अन्य समाचार