नवरात्र के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना कर मांगा आशीर्वाद

- मंदिरों, पूजा पंडालों व घरों पर श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना

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जागरण संवाददाता,नवादा: जिलेभर में नवरात्र के छठे दिन गुरुवार को मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी माता की पूजा-अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने पूजा पंडाल, मंदिरों व अपने घरों पर पूजन में जुटे रहे। आचार्य ब्राह्मणों द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा-अर्चना की गई। साथ ही दुर्गा सप्तशती का पाठ किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की प्रतिमा के पास विधिवत फल-फूल, नैवेद्य आदि चढ़ाकर पूजा-अर्चना किया। आचार्य ब्रह्मणों ने बताया कि मां दुर्गा के छठे स्वरूप को कात्यायनी माता के नाम से जाना जाता है। जिस समय पृथ्वी पर दानव महिषासुर का अत्याचार काफी बढ़ गया था, उस वक्त भगवान ब्रह्मा, बिष्णु व महेश तीनों ने अपने तेज का अंश दिया। साथ ही महिषासुर का विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। महर्षि कात्यायन ने सबसे पहले उनकी पूजा किया था। इसके कारण कात्यायनी के नाम से जानी जाती है। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी माता की पूजा-अर्चना की। साथ ही अपने पूरे परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। और पूरे देश को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए आराधना किया गया।

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