इस मौसम में सीताफल बहुतायत से आ रहा है। इसका अर्थ यही है कि इस मौसम में इस फल को खाने से नुकसान नहीं होगा। सीताफल में विटामिन सी बहुत होता है। इसलिए सर्दी, खांसी व बुखार में इसे खाना फायदेमंद होता है क्योंकि विटामिन सी से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ के अनुसार इसमें प्राकृतिक मिठास होती है इसलिए जिन्हें डायबिटीज है वे भी इसे खा सकते हैं। यह शुगर लेवल नियंत्रित करता है। इसमें सोडियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम भी होता है जिससे शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी एलर्जिक गुण होने से यह त्वचा संबंधी रोगों में लाभ पहुंचाता है।
विशेषज्ञ का कहना है कि इसमें विटामिन ए भी होता है जो आंखों के लिए अच्छा होता है। एक वयस्क स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन दो सीताफल खा सकता है। यह फल शरद और शीत ऋतु में आता है तथा इसकी तासीर ठंडी होती है। जिन महिलाओं की तासीर बहुत ज्यादा शीतल न हो वे गर्भावस्था में इसे खाएं क्योंकि यह बच्चे के मस्तिष्क और मांसपेशी के विकास व मजबूती में लाभदायक होता है।
आहार एवं पोषण विशेषज्ञ ने बताया कि यह कमजोरी भी दूर करता है तथा जिनका वजन बहुत कम है उनका वजन बढ़ाने में भी मदद करता है। इस फल की तासीर ठंडी होने के कारण इसे सुबह और दोपहर के वक्त ही खाना चाहिए। 100 ग्राम सीताफल से 90 से 100 कैलोरी प्राप्त होती है। इसमें आयरन भी होता है जो शरीर में रक्त की कमी नहीं होने देता। यह पित्तनाशक होता है।
Published by : Khabar Arena