मातृ-शिशु अस्पताल, शिवहर में कोरोना काल में 1902 से अधिक बच्चों ने लिया जन्म

शिवहर। कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन हो चुका था। ऐसे में प्रसव का विषय गंभीर मुद्दा था। लेकिन इन विषम परिस्थितियों में भी मातृ-शिशु अस्पताल, में सैकड़ों किलकारियां गूंज उठी। लॉकडाउन के दौरान अथवा मार्च से अक्टूबर तक मातृ-शिशु अस्पताल में 1902 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया। जिसमें से अधिकतर बच्चे सामान्य प्रसव से पैदा हुए हैं। अस्पताल की स्टाफ नर्स व लेबर इंचार्ज अनुराधा कुमारी कहती हैं कि प्रसव की सुविधा यहां पहले से ही अनवरत चल रही है। कोरोना काल में संस्थागत प्रसव को जारी रखने के लिए रोस्टर के अनुसार कार्य किया गया ताकि डॉक्टर और नर्स अपनी सेवा यहां दे पाएं। साथ ही संक्रमण से बचने के लिए लगातार सैनिटाइजेशन का ध्यान भी रखा गया। अनुराधा कुमारी कहती हैं कि विषम परिस्थिति में भी लोगों को संस्थागत प्रसव के प्रति जागरूक किया तथा उन्हें इसके लिए भरोसा दिलाया। कोरोना काल में हुए हैं 1902 प्रसव

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अनुराधा कुमारी ने बताया कि इस वर्ष मार्च से अगस्त तक मातृ-शिशु अस्पताल में कुल 1902 प्रसव हुए हैं। मार्च में 280, अप्रैल में 250, मई में 289, जून में 294, जुलाई में 336 तथा अगस्त में 453 प्रसव हुए हैं। वहीं सितंबर में 488 और अक्टूबर में 450 महिलाओं का सफल व सुरक्षित प्रसव हुआ। प्रसव कक्ष में मौजूद हैं सुविधाएं
अनुराधा कुमारी ने बताया कि यहां सामान्य प्रसव की सारी सुविधाएं मौजूद है। चौबीस घंटे एंबुलेंस, डॉक्टर व नर्स की मौजूदगी प्रसव की संख्या को गिरने नहीं देती है। लॉकडाउन में हमने जितना ध्यान कोरोना संक्रमण के बचाव में दिया, समान ध्यान और सुविधाएं प्रसव के लिए भी दिया गया। यहां प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की भी व्यवस्था है। अस्पताल में ऑक्सीजन कंसनट्रेटर भी यहां है। ये सुविधाएं जन्म के समय किसी बच्चे की जान बचाने के लिए उपयोगी सिद्ध होती हैं। परिवार नियोजन की भी दी जाती है जानकारी
अनुराधा कुमारी कहती हैं कि यहां प्रसव कराने आई महिला के परिवार को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों के बारे में बताया जाता है। इच्छुक लाभार्थियों को इसका लाभ भी दिया जाता है। अस्पताल में इसका अलग से कक्ष है। कोरोना संक्रमित गर्भवतियों के लिए अलग से वार्ड
वैसी गर्भवती महिलाएं जो कोरोना से संक्रमित हैं, उनके लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है, जिसमें प्रसव में आने वाले सभी उपकरण और बेड की व्यवस्था है।
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