एनडीए को मिली प्रचंड जीत, नोटा से नेताओं को लेनी होगी सीख

बेतिया। जिले में एकबार फिर यहां की जनता ने साबित कर दिया कि पश्चिम चंपारण एनडीए का गढ़ है। यहां के लोग जंगलराज की यातना को नहीं भूले हैं। हालांकि जब सूबे में लालू-राबड़ी की सरकार थी, तब भी यहां के लोगों ने भाजपा में भरोसा जताया था। लेकिन इस बार तो प्रचंड बहुमत के बीच एक नया ट्रेंड नोटा का भी दिखने लगा है। इस बार जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों में 29829 लोगों ने नोटा दबाया है। नोटा दबाने वालों ने यह साबित किया है कि उन्हें चुनावी दंगल में उतरे एक भी प्रत्याशी पसंद नहीं है। इतना हीं नहीं सरकारी सेवा में रहने वाले 27 लोगों को भी एक भी उम्मीदवार पसंद नहीं आए हैं। 2015 के आम चुनाव में जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों से 15182 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया था। पक्ष और विपक्ष के साथ उम्मीदवारों को नापसंद करने वालों की संख्या बढ़ रही है। इससे राजनीतिक दलों को सीख लेने की आवश्यकता है। अगर ये संख्या इसी तरह से बढ़ती गई तो लोकतंत्र के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।


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नोटा दबाने वाले वाल्मीकिनगर में अधिक
वाल्मीकिनगर विधानसभा में इस बार कुल 12 उम्मीदवार थे। 195489 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इसमें 74906 मत लेकर जदयू के धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिकू सिंह विधायक बन गए। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के राजेश सिंह को 53321 मत मिले हैं। वहीं यहां 8090 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया है।चुनावी दंगल में आठ ऐसे उम्मीदवार थे, जिनको नोटा से भी कम मत मिले हैं।
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रामनगर में भी 4453 नोटा
रामनगर में पद्मश्री भागीरथी देवी तीसरी बार 75423 लेकर विधायक बनी हैं। पिछले दस वर्ष से विधायक हैं। चुनावी दंगल में कुल 11 उम्मीदवार थे। 190613 लोगों ने मतदान किया था। यहां भी नोटा दबाने वालों की संख्या कम नहीं है। 4456 लोगों ने नोटा दबाकर यह साबित किया है कि उन्हें कोई उम्मीदवार पसंद नहीं है।
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सबसे कम नरकटियागंज में नोटा
नरकटियागंज में कुल 20 उम्मीदवार थे। 21 वां उम्मीदवार नोटा था। चुनावी दंगल में तेरह ऐसे उम्मीदवार थे, जिन्हें नोटा से भी कम मत मिले। कुल 164615 लोगों ने मतदान किया था। इनमें से 1647 लोगों ने नोटा दबा दिया था। पप्पू यादव के जनाधिकार पार्टी के अफसर इमाम, भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायर्ड होकर जनसेवक बनने की चाहत लेकर आए जनसंघर्ष दल के गुलरेज होदा समेत तेरह उम्मीदवारों को नोटा से भी कम मत मिले हैं।
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जिले में एक नजर में नोटा
विधानसभा क्षेत्र नोटा
वाल्मीकिनगर 8090
रामनगर 4456
बगहा 3456
नरकटियागंज 1697
लौरिया 3368
सिकटा 2022
चनपटिया 2910
बेतिया 2017
नौतन 1813
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