बागवानी व प्रशिक्षण के लिए मॉडल के तौर पर विकसित होगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल

बिहारशरीफ। चंडी स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल में किसानों के प्रशिक्षण के लिए भवन बन कर तैयार है। यहां दो सप्ताह बाद प्रशिक्षण शुरू हो सकता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका वर्चुअल उद्घाटन बीते आठ अगस्त को कर चुके हैं।

शुरुआत में यहां हार्टिकल्चर एवं सब्जियों के बिचड़े उत्पादन की ट्रेनिग दी जाएगी। बाद में मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, सूक्ष्म सिचाई आदि का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण सह भंडारण भवन एवं घेराबंदी निर्माण पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
------------------------

एक साथ 100 किसान लेंगे ट्रेनिग
इस सेंटर पर एक साथ एक सौ किसानों को हार्टिकल्चर या अन्य कृषि कार्यों के लिए उच्च तकनीक प्रशिक्षण की व्यवस्था है। शुरुआत में 50 किसानों को बैठने की व्यवस्था कर दी गई है। शेष 50 किसानों के लिए एक और चैंबर बनाया जाएगा। प्रशिक्षण की अत्याधुनिक उपकरण एवं तकनिकी विशेषज्ञों की उपलब्धता रहेगी। सेंटर में उच्च तकनीक आधारित सब्जियों के बिचड़े तैयार किये जा रहे हैं। किसानों को बिचड़ा उत्पादन करने, पॉली हाउस में शिमला मिर्च, बीज रहित खीरे, टमाटर, चेरी टमाटर आदि का उत्पादन कर सकते हैं। किसानों को सूक्ष्म सिचाई की तकनीक बताई जाएगी।
------------------------
सब्जियों की शीत भंडारण
यहां सब्जियों के शीत भंडारण करने की योजना है। एनर्जी के लिए सोलर सिस्टम लगेगा। शीत भंडारण होने के बाद यहां उत्पादित सब्जियों को टूटन के बाद तत्काल बेचने की जल्दी नहीं होगी। उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों को पटना या अन्य शहरों में भेजने की योजना है। इन दिनों सब्जियों को लोकल मंडी में बेची जा रही है। भंडारित सब्जियों का काउन्टर सेल भी होगा। इसके लिए प्रवेश द्वार के इर्दगिर्द ही अलग कमरा बनाया गया है।
यहां एकीकृत बागवानी विकास योजना के तहत बैगन, मिर्च, टमाटर, चेरी टमाटर, शिमला मिर्च, फूल गोभी, पत्ता गोभी, ब्रॉकली, करेला, कद्दू, नेनुआ, प्याज, आलू आदि की बिक्री यहां से होती है।
कोर्ट ==
नालंदा के चंडी में स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ़फॉर वेजिटेबल को मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां किसानों को सब्जियों के उच्च तकनीक बिचड़े उत्पादन, माइक्रो इरिगेशन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन आदि की ट्रेनिग दी जाएगी। सब्जियों का शीत भंडारण भी होगा। 
--- डॉ अभय कुमार गौरव, सहायक निदेशक उद्यान सह परियोजना निदेशक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार