हर्षोल्लास के मनाया गया बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भैया दूज

बिहारशरीफ। सोमवार को बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भैया दूज पर्व परंपरागत तरीके से मनाया गया। बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु की कामना की। वहीं भाइयों ने भी बहनों को उपहार भेंट कर उनके प्रति अपने प्रेम को दर्शाया। पांच पर्वो की लड़ी में शामिल भैया दूज का पर्व सोमवार को क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया। सुबह ही घरों में इस पर्व की धूम शुरू हो गई थी। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु की कामना कर रही थी और भाइयों की ओर से उन्हे उपहार भेंट किए जा रहे थे। परंपरा के अनुसार बहनों ने भाइयों को तिलक लगाने के बाद नारियल आदि भी दिए। इस पर्व पर शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति रहा जिसके माथे पर लाल रंग का तिलक न सजा हो अन्यथा सबके माथे पर लगे टीके भैया दूज पर्व की महत्ता का अहसास करा रहे थे। परिवार के जहां बड़े सदस्यों ने इस पर्व की परंपरा को निभाया। वहीं छोटे-छोटे बच्चों पर भी इस पर्व का रंग खूब देखा गया। बाजारों में खासी भीड़ रही। विशेषकर मिठाइयों व उपहारों की दुकानों पर लोगों की अधिक भीड़ थी। मिठाइयों की जमकर खरीददारी हुई। दीपावली के बाद एक बार फिर से दुकानों के बाहर तरह-तरह की मिठाइयां सजी दिखाई दी। खरीददारों का तांता लगा रहा। विवाहित बहनों की ओर से भैया दूज का पर्व मनाने के लिए भाइयों के घर जाने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया था। सड़कों पर खासी भीड़ दिखी। ट्रेनों में भी आम दिनों की अपेक्षा यात्रियों की संख्या अधिक थी। भैया दूज के त्यौहार को देखते हुए बाजार में गोले की मांग सोमवार को आम दिनों की अपेक्षा कई गुना रही। बाजार में गोलों के लिए महिलाएं दुकानों पर पहुंचती रही। गोले की बिक्री को लेकर दुकानदारों ने इसे पिछले काफी दिनों से भैया दूज के लिए स्टोर कर रखा था। किराने की दुकानों के अलावा गोला इस बार अन्य दुकानदारों पर बिक्री के लिए सजा दिखाई दिया। आम दिनों में जो गोला 120 से 130 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह सोमवार को 170 से 180 रुपये तक बिका।


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