हाजीपुर में गंडक के आधा दर्जन घाट खतरनाक घोषित, कंट्रोल रूम शुरू, 58 जगहों पर मजिस्ट्रेट तैनात

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

सूर्याेपासना में आस्था के महापर्व छठ पर अ‌र्घ्यदान के दौरान कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर एहतियात बरतने की अपील के साथ ही यहां गंडक-गंगा नदियों के साथ ही विभिन्न छठ घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। हाजीपुर के आसपास गंगा और गंडक नदियों में छठ अ‌र्ध्यदान के लिए 17 घाटों को चिन्हित कर यहां सुरक्षात्मक उपाय किए गए हैं। इनमें आधे दर्जन घाटों को खतरनाक घोषित गया है। डीएम उदिता सिंह ने बताया कि गंडक नदी का क्लब घाट, डीजे घाट, डीएम घाट, सीढ़ी घाट का उत्तरी हिस्सा, कौशल्या घाट का दोनों छोर और बालादास घाट को असुरक्षित घोषित किया गया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से इन घाटों पर अ‌र्घ्यदान के लिए नहीं जाने की अपील भी की है।

इस बीच अ‌र्घ्यदान के दौरान विधि-व्यवस्था और सुरक्षात्मक इंतजाम की देखरेख के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसमें तीन शिफ्ट में 12 पदाधिकारियों के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा कोनहारा घाट और तेरसिया में मिनी कंट्रोल रूम खोले गए हैं, जहां से हर तरह की स्थिति पर कड़ी निगाह रखी जाएगी। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मास्क और सेल्फ डिस्टेंसिग का पालन कराने के लिए जिले के 56 स्थानों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस दल की तैनाती की गई है।
दूसरी ओर सिविल सर्जन डॉ. इंद्रदेव रंजन के नेतृत्व में आईएमए सचिव डॉ. मधुसूदन सिंह, डॉ. अनिल कुमार शर्मा, डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. प्रणय पुंज, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. रौशन आदि की मेडिकल टीम ने कहा है कि नदी-तालाब में सामूहिक स्नान से कोरोना संक्रमण के व्यापक फैलाव का सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है। टीम का कहना है कि आस्था के पीछे खतरनाक बीमारी खड़ी है। भयावहता का अंदाजा दिल्ली और मुंबई में दोबारा बढ़ते मामले और लगातार मौत के आंकड़े से लगाया जा सकता है। छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग दिल्ली-मुंबई और अन्य कोरोना प्रभावित शहरों से यहां आए हैं। इस कारण सर्तकता ही इसका बेहतर बचाव होगा।
इस बीच छठ पूजा के लिए घर-घर गंगाजल पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किया गया है। जरूरत के अनुसार कोई भी श्रद्धालु इसके लिए जारी किए गए दो मोबाइल नंबरों 8877521479 या 8340559240 पर फोन कर घर बैठे नि:शुल्क गंगाजल प्राप्त कर सकते हैं। इसके पहले डीएम उदिता सिंह एवं एसपी मनीष ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि छठ घाटों पर बांस-बल्ले का घेरा काफी कम दूरी पर किया गया है, जिसमें श्रद्धालुओं को सिर्फ अ‌र्घ्यदान के लिए जगह बनाया गया है। घाटों पर लोगों से नदी-तालाब में डुबकी लगाने से मना किया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि बेहतर होगा कि वह अपने-अपने घरों पर ही छठ मनाएं और नदी या तालाब के घाटों पर छठ के दौरान सामूहिक डुबकी लगाने से परहेज करें।
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार