पर्व के बाद अब शुरू होगा मिथिला में लगन का मौसम, इस बार 39 दिन गूंजेगी शहनाई

मधुबनी। मिथिलांचल क्षेत्र में शादी-ब्याह का मौसम एक बार फिर शुरू होने वाला है। इस बार विवाह के शुभ लगन की शुरुआत छह दिसंबर से हो रही है। लेकिन, छठ समाप्त होते ही विवाह को लेकर कई तरह की तैयारियां शुरू हो चुकी है। मिथिला में सर्वमान्य विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार इस साल विवाह के कुल 39 शुभ लगन हैं। लगन शुरू होने की आहट मिलते ही कई घरों में विवाह और उपनयन की तैयारियां शुरू हो गई है। लोग अपनी सुविधा के अनुरुप विवाह भवन, पंडाल, बिजली-जेनरेटर, हलवाई आदि की बुकिग करने में जुटे हुए हैं। जिन वर-वधु का विवाह तय हो चुका है, वे भी तैयारियों में जुट गए हैं। वहीं, कई लोग अपने पुत्र व पुत्रियों के विवाह की बातचीत तय करने में लगे हुए हैं। इस बार विवाह के शुभ लगन छह दिसंबर से शुरू होकर अगले साल की 15 जुलाई तक हैं। विवाह के सबसे अधिक 12 शुभ दिन मई माह में हैं, जबकि जनवरी और मार्च में एक भी शुभ दिन नहीं और फरवरी में केवल दो शुभ दिन हैं। विवाह के साथ ही कई घरों में उपनयन की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। हालांकि, उपनयन के लिए इस बार केवल आठ शुभ दिन हैं।


------------------ पर्व के बाद अब लगन को लेकर बाजारों में बढ़ी रौनक : पर्व-त्योहार समाप्त होते ही लोग विवाह-उपनयन की तैयारियों में जुट गए हैं। इससे एक बार फिर बाजारों में खरीदारी बढ़ गई है। विशेषकर, कपड़ों और जेवरों की दुकान पर लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है। लगन को देखते हुए व्यापारी भी बेहतर बिजनेस को लेकर खुश हैं। बता दें कि मिथिलांचल में शादी-ब्याह का मौसम व्यवसायियों के लिए कमाने का मौसम होता है। यह सिर्फ कपड़े ही नहीं, बल्कि हर उस सामान के व्यावसायियों के लिए मुनाफा कमाने का समय होता है जिसकी जरुरत उपनयन से लेकर शादी-ब्याह तक में पड़ती है।
------------------- घरों में शुरू हुई तैयारी : शुभ लगन आते ही घरों में उत्सव की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई है। जिन घरों में विवाह के दिन तय हो चुके हैं, वहां मेहमानों को न्योता देने के साथ ही लोग आयोजन की तैयारियों में लग गए हैं। दूर-दराज में रहने वाले नाते-रिश्तेदारों को न्योता दिया जा रहा है। घरों का रंग-रोगन भी शुरू हो चुका है। महिलाएं भी रीति-रिवाजों की तैयारियों में लग गई हैं। विवाह के अवसर पर गाए जाने वाले पारंपरिक गीतों का रियाज भी शुरू हो चुका है। वहीं, कई लोग अपने पुत्र-पुत्री की शादी तय करने को लेकर बातचीत में जुट गए हैं।
---------------- सात जुलाई को सौराठ सभा का समापन : मिथिला में सौराठ सभा के साथ ही विवाह के शुभ लगन का अंत माना जाता है। पंडित बैद्यनाथ मिश्र बताते हैं कि इस बार सौराठ सभा का शुभारंभ 27 जून को हो रहा है और समापन सात जुलाई को होगा। विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार इस बार विवाह के शुभ लगन भी 15 जुलाई को अंत हो रहे हैं।
---------------------- विवाह-उपनयन के शुभ दिन : विवाह : दिसंबर- 6, 7, 10, 11, 14, फरवरी- 17, 21, अप्रैल- 16, 23, 25, 26, 30, मई- 2, 3, 7, 9, 12, 13, 21, 23, 24, 26, 30, 31, जून- 4, 6, 10, 11, 20, 21, 24, 25, 27, 28, जुलाई- 1, 4, 7, 14 और 15 उपनयन : अप्रैल- 23, मई- 13, 21, 23, जून- 20, 21, जुलाई- 12, 14
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