मोबाइल की बैटरी फूलने पर उसका क्या करना चाहिए?

आइये सबसे पहले बात करते हैं की Mobile की बैटरी क्यूँ फूल जाती हैं?

देखा जाए तो मोटा मोटा दो कारण की वजह से ही कोई भी बैटरी फूलती है. पहला सॉलि़ड और दूसरा गैस.
जब भी बैटरी बनाने वाले मैन्यूफैक्चर इसे बनाते हैं तो उसके लेबल पर आईडेंटिफाई करते हैं की इसके अन्दर केमिकल रिएक्शन होने की वजह से इससे गैस release होगी या फिर सॉलिड. बैटरी के अंदर जो रिएक्शन से होती हैं उसमें कुछ-कुछ गैसेस बाहर निकलते हैं लेकिन बैटरी की wrapping इस तरह डिजाईन होती है कि वह गैस को बाहर आने से रोकता है इस कारण से बैटरी फूल जाती हैं.दूसरा reason यह है कि बैटरी के अंदर जो केमिकल रिएक्शन होती है, उसकी वजह से कुछ प्रोडक्ट्स सॉलि़ड मैटेरियल के रूप में भी बनते हैं जो बैटरी के अंदर इकट्ठा हो जाते हैं. इन दोनों चीजों की वजह से बैटरी अपने नॉर्मल शेप से ज्यादा फूल जाती है. बैटरी का डिजाइन इस तरह किया जाता है कि इस तरह निकलने वाली गैस और सॉलिड ना के बराबर प्रोड्यूस हो लेकिन कुछ कुछ मालफंक्शन होने की वजह से, यूजर के गलत इस्तेमाल से या फिर अन्य कारण, जो कि हम डिस्कस करेंगे, उनकी वजह से बैटरी फूल ही जाती हैं. क्या ओवरचार्जिंग बैटरी को फुला सकती है?
वैसे तो नहीं. मोबाइल फोन के अंदर एक इस तरह का सर्किट डिजाइन रहता है कि वह बैटरी को फुल चार्ज होने के बाद चार्जिंग सिस्टम से ऑटोमेटिकली डिस्कनेक्ट कर देता है. पर अगर यह सिस्टम फेल हो जाए तब बैटरी फूल सकती है.
दूसरा कारण यह भी है कि अगर आप बैटरी को उसके रेटिंग के चार्जर के अलावा किसी अन्य चार्जर से चार्ज करते हैं तब भी बैटरी के चार्ज होने का रेट ज्यादा होने की वजह से उसके अंदर रिएक्शंस डिफाइन तरीके से अलग तरीके से होने के कारण आप की बैटरी के मालफंक्शन होने के और फूलने के चांसेस रहते हैं.
क्या बैटरी का फूलना खतरनाक है?
जी बिल्कुल. जो हमने सॉलि़ड और गैस swelling (फूलना) ऊपर बताया है उसमें सॉलिड स्वेलिंग काफी खतरनाक साबित हो सकता है. अगर यह हाई प्रेशर और हाई टेंपरेचर पर बैटरी expose हो जाए तो बैटरी में ब्लास्ट भी हो सकता है. गैस स्वेलिंग इतनी ज्यादा हानिकारक नहीं है लेकिन यह फोन को नुकसान पहुंचा सकती है

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