न चंपारण से मिला दिल और नहीं सीतामढ़ी से धड़कन

शिवहर। सूबे के सबसे छोटे जिला शिवहर के विस्तार से संबंधित प्रस्ताव की फाइल मंत्रालय में धूल फांक रही है। इसके चलते शिवहर का अबतक न तो चंपारण से दिल का जुड़ाव हो सका है और नहीं सीतामढ़ी से धड़कन हीं। तीन साल पूर्व तत्कालीन डीएम राज कुमार ने शिवहर जिले के विस्तार का प्रस्ताव सरकार को भेजा था। छोटा जिला होने के कारण शिवहर कई मामलों में सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहा हैं। लिहाजा तत्कालीन डीएम ने सीतामढ़ी जिले के बेलसंड अनुमंडल के अलावा पूर्वी चंपारण जिले के चिड़ैया, ढ़ाका और मधुबन तथा मुजफ्फरपुर के मीनापुर को शिवहर जिले में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा था। तत्कालीन डीएम के प्रस्ताव के बाद शिवहर में जश्न का माहौल था। हालांकि, चंपारण में इसका जबरदस्त विरोध हुआ था। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने वोट के चलते खुद को तटस्थ रखा। लेकिन, तत्कालीन डीएम के तबादले के बाद प्रस्ताव पर कोई पहल नहीं हुई। हालांकि, स्थानीय लोग शिवहर को बड़ा जिला बनते देखना चाहते है।


बताते चलें कि राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र के आलोक में प्रखंड व थाना की प्रशासनिक सीमाओं में साम्यता, राजस्व व पुलिस जिलों के वर्तमान सीमाओं में सीमा संशोधन का प्रस्ताव वर्ष 2017 में तत्कालीन डीएम राज कुमार ने राज्य सरकार को भेजा था।
जिला प्रशासन द्वारा सरकार को भेजे गये प्रस्ताव में शिवहर जिले के विस्तार के लिए पूर्वी चंपारण जिले के ढाका, मधुबन व चिरैया, सीतामढ़ी जिले के रीगा, बेलसंड और परसौनी तथा मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर को शामिल करने की अनुशंसा की गई थी। इसके अलावा शिवहर जिले की तरियानी प्रखंड को दो भागों में विभक्त कर एक नया प्रखंड बनाये जाने की अनुशंसा की गई थी। वहीं जिले के छह गांवों के थाना क्षेत्र में बदलाव का भी प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। जिला प्रशासन द्वारा भेजे गये प्रस्ताव में जिले के सबसे बड़े 16 पंचायतों वाले तरियानी प्रखंड को दो भागों में बांट कर आठ-आठ पंचायत का दो प्रखंड बनाने का अनुरोध किया गया था। इसके अलावा सीतामढ़ी जिले के बेलसंड प्रखंड के सौली रूपौली गांव जो शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के अधीन आता है, उसे सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाने में तथा शिवहर जिले के तरियानी प्रखंड के खोट्ठा तथा खुरपट्टी जो सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाने के अधीन हैं, को बेलसंड थाने से हटाकर तरियानी थाने में शामिल करने का भी प्रस्ताव भेजा गया था। इसके अलावा शिवहर प्रखंड के कुशहर गांव को तरियानी थाने से हटाकर शिवहर थाने में तथा पुरनहिया प्रखंड के अभिराजपुर बैरिया, आशोपुर एवं पकड़ी को पिपराही थाने से हटाकर पुरनहिया थाने में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया था। तत्कालीन डीएम के प्रस्ताव पर शिवहर में उत्साह का माहौल था। लेकिन चंपारण के इलाकों में इसका विरोध होने लगा। इसी बीच डीएम का तबादला हो गया और डीएम द्वारा भेजा गया प्रस्ताव मंत्रालय में धूल फांकता रह गया।
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