सीएस के निरीक्षण में गायब मिले चिकित्सक और कर्मियों के वेतन पर रोक

शिवहर। जिले की बदहाल हो चुकी चिकित्सा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सिविल सर्जन डॉ. राजदेव प्रसाद के सख्त तेवर के बावजूद चिकित्सक और कर्मियों की कार्यशैली में बदलाव नहीं आ रहा है। गुरुवार को भी सीएच के औचक निरीक्षण में चिकित्सक और कर्मी गायब मिले। लिहाजा सीएस ने एकबार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए डेढ़ दर्जन चिकित्सक और कर्मियों के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। साथ ही स्पष्टीकरण जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा है। सीएस के निरीक्षण के दौरान पुरनहिया पीएचसी में पीएचसी प्रभारी, सभी चिकित्सक, स्वास्थ्य प्रबंधक और तमाम कर्मी गायब मिले। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक उत्प्रेरक सुमन मिज,एएनएम दीपू कुमारी, संजीवनी का डेटा ऑपरेटर, दवा केंद्र और निबंधन केंद्र के कर्मी ही मौजूद मिले। सीएस ने अनुपस्थित सभी चिकित्सक और कर्मी के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपराही के पीएचसी प्रभारी डॉ. रामा शंकर साह को तीन अलग-अलग मामलों को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। वहीं तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। पीएचसी प्रभारी के अस्पताल से गायब रहने के मामले में वेतन भुगतान पर भी रोक लगाई गई है। इसके अलावा दो चिकित्सकों से नियम के विपरित लगातार 18 व 24 घंटे ड्यूटी लेने के मामले में स्पष्टीकरण जारी किया गया है। डॉ. उदय शंकर शर्मा से सीएचसी के अलावा अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र कमरौली में दो-दो जगह हाजिरी बनाने को लेकर डॉ. शर्मा व पीएचसी प्रभारी से जवाब मांगा गया है। निरीक्षण के दौरान चिकित्सक का रोस्टर संजीवनी के सॉफ्टवेयर में नहीं डाले जाने को लेकर सीएस ने नाराजगी व्यक्त की। वहीं अविलंब रोस्टर डालने अन्यथा चयनमुक्त करने की चेतावनी दी। यहां एक्सरे केंद्र बंद पाया गया। डेंटर चेयर खराब मिला। पाया गया कि दंत चिकित्सा का लाभ मरीजों को नही मिल रहा है। इस अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अरविद कुमार आनंद और प्रभारी डॉ. रामा शंकर साह को बगैर सूचना आठ व नौ दिसंबर को अस्पताल से गायब पाया। सीएस ने दोनों को स्पष्टीकरण जारी करते हुए अगले आदेश तक वेतन पर रोक लगा दिया है। इसके अलावा अनुपस्थित एलटी राधे श्याम पांडेय के वेतन-मानदेय पर भी रोक लगाई गई है। निरीक्षण के दौरान तरियानी पीएचसी में बेड पर चादर का अभाव और दवा की सूची अद्यतन नहीं किए जाने पर सीएस ने नाराजगी व्यक्त की। प्रखंड लेखापाल राजीव कुमार चौबे द्वारा बेवजह हाजिरी काटे जाने की शिकायत की गई। सीएस ने लेखापाल और सामुदायिक उत्प्रेरक को 14 दिसंबर तक आशा एवं अन्य का लंबित भुगतान करने का निर्देश दिया। अन्यथा संविदा समाप्त करने की चेतावनी दी गई।सीएस के निरीक्षण के दौरान यहां पीएचसी प्रभारी डॉ. दयानंद मल्लिक अनुपस्थित पाए गए।

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