प्रधान सचिव ने मोतनाजे में कार्यों का लिया जायजा

- निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की कार्य प्रगति को देखा

- गंगाजल उद्भव योजना के तहत कराया जा रहा है काम
संस, नवादा : जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव शुक्रवार को नारदीगंज प्रखंड के मोतनाजे गांव पहुंचे। वहां उन्होंने निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और कार्य प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। बताया गया कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की 24 मिलियन लीटर प्रतिदिन पानी की क्षमता है। घोड़ा कटोरा में जल संग्रह केंद्र बनाया जा रहा है। वहां से प्लांट तक पानी लाया जाएगा और उसका शुद्धिकरण किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त कराया कि निर्धारित अवधि तक काम को पूरा कर लिया जाएगा। अक्टूबर 2021 तक प्लांट का निर्माण पूरा हो जाएगा। प्रधान सचिव ने कारकेड एरियेटर, फ्लो चैनल, मेजरिग एंड बाइपास चैनल आदि के निर्माणों को देखा। उन्होंने गुणवत्ता पूर्ण कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया। प्रधान सचिव प्लांट की कार्य प्रगति से संतुष्ट दिखे। गौरतलब है कि गंगाजल उद्भव योजना के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की जा रही है। जिसके लिए 22 एकड़़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है। कई किसानों की रैयती भूमि भी अधिग्रहित है। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में गंगाजल का शुद्धिकरण किया जाना है। नालंदा जिले के घोड़ाकटोरा में पानी का संग्रह केंद्र बनाया जा रहा है। इस योजना के तहत पाइपलाइन के जरिए मोकामा से गया तक गंगाजल लाया जाना है। तकरीबन 148 किलोमीटर की दूरी तक पाइप को बिछाया जाना है। इस परियोजना में तकरीबन 26 सौ करोड़ रूपये खर्च होंगे। मोकामा मराची पंप हाउस से घोड़ाकटोरा तक पाइप लाइन बिछाया जाना है। वहां से फिर पाइप के जरिए मोतनाजे गांव तक लाना है, जहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में गंगाजल को शुद्धिकरण करना है। मौके पर सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती सहित जल संसाधन विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे।


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