किसानों की भारी जुटान ने कृषि कानून पर लगाई मुहर

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :

लोकतंत्र की जननी वैशाली के आंगन में रविवार को किसानों की भारी जुटान। यह जुटान किसानों के मुद्दे पर ही थी। केंद्र में था भारत सरकार का कृषि काननू। कृषि कानून के मुद्दे पर विपक्षी दलों के आंदोलन के बीच यहां इस जुटान का खास मायने एवं मकसद था। कृषि कानून को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे बहस एवं बाद-विवाद के बीच लालगंज के गंडक प्रोजेक्ट मैदान में भारी संख्या में जुटे वैशाली के किसानों ने अपने चेहरे की मुस्कुराहट के माध्यम से ना सिर्फ केंद्र के कृषि कानून पर अपनी मुहर लगा दी बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं उनके कृषि एवं किसानों की तरक्की एवं उनकी समृद्धि को लेकर उनके फैसलों पर भी अपना एतबार भी जता दिया।

किसान महासम्मेलन में भारी संख्या में हुई थी किसानों की जुटान
लालगंज के किसान महासम्मेलन में भारी संख्या में किसानों की जुटान हुई थी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस जुटान का समय सबसे अहम था। किसानों की यह जुटान यहां तब हुई थी जब केंद्र के कृषि कानून को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ जंग छेड़ रखा है। भाजपा के लिए यह कठिन परीक्षा की घड़ी थी। भाजपा ने ही इस सम्मेलन का आयोजन कर अपना पक्ष रखने एवं किसानों को कानून के फायदे बताने के लिए किसानों को खुली सभा में बुलाया था। किसान महासम्मेलन में किसान तो बड़ी संख्या में जुटे ही, साथ ही साथ छह से सात घंटे का समय देकर अपनी मुस्कुराहट के साथ केंद्र के कृषि कानून पर अपनी मुहर लगा दी। साथ ही इस मुद्दे पर आंदोलन कर रहे राजनीतिक दलों को भी अपने इरादे बता दिए।
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच नित्यांनद ने रखी अपनी बात केंद्र के कृषि कानून को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच जिले में यह पहला अवसर था जब भाजपा ने खुद इस महासम्मेलन का आयोजन सिर्फ ना किसानों को कृषि कानून पर अपना पक्ष रखने बल्कि किसानों को होने वाले फायदों को बताने के लिए किया था। भारी संख्या में किसानों की जुटान के बीच केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने भी पूरी मजबूती के साथ केंद्र सरकार के प्रतिनिधि की हैसियत से कृषि कानून के पक्ष में अपनी बात रखी। साथ ही कानून से किसानों को होने वाले फायदों की जानकारी देने के साथ इस मुद्दे पर आंदोलन कर रहे तमाम राजनीतिक दलों को भी खुली चुनौती दे डाली। किसान महासम्मेलन में भारी संख्या में जुटे किसानों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कृषि कानून के पक्ष में अपना समर्थन उन्हें दिया।
केंद्र के कृषि कानून को किसानों ने बताया किसानों के हित में केंद्र के कृषि कानून को वैशाली के किसानों ने किसानों के हित में बताया। खुद की बदौलत कृषि के क्षेत्र में उन्नत खेती कर किसानों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बने लालगंज के प्रगतिशील किसान जितेंद्र कुमार सिंह ने केंद्र के कृषि कानून की वकालत करते हुए कहा कि इस कानून में किसानों का व्यापक हित समाहित है। वहीं स्नातक बेरोजगार किसान संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं लालगंज के पंचदमिया के प्रगतिशील किसान प्रो. अभयनाथ सिंह ने भी केंद्र के कृषि कानून पर राजनीति नहीं करने की नसीहत राजनीतिक दलों को देते हुए वकालत की। इसके अलावा संजीव कुमार, विश्वजीत तिवारी, ओमप्रकाश एवं कृष्णमोहन समेत अन्य किसानों ने भी केंद्र के कृषि कानून को किसानों के व्यापक हित में बताया।
पहली बार खुली सभा में बात रखने को हुआ महासम्मेलन केंद्र के स्तर पर कृषि कानून बनाए जाने एवं इसे लेकर जारी आंदोलन के बीच पहली बार जिले में किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया था। भाजपा ने कानून के पक्ष में अपनी बात रखने को लेकर यह बड़ा आयोजन यहां किया था। इस किसान महासम्मेलन में किसानों के बीच पूरी मजबूती से अपनी बातें रखने में भाजपा कामयाब रही। किसान महासम्मेलन में किसानों की भारी जुटान से ना सिर्फ भाजपा बल्कि इस आयोजन में मुख्य वक्ता के तौर पर यहां पहुंचे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी गदगद होकर यहां से गए। यहां इस आयोजन व्यापक सफलता इस मायने में भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि पहली बार लालगंज से भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीता है और भाजपा के नये विधायक संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में यहां यह पहला बड़ा सफल आयोजन था।

डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार