सेंट्रल बैंक में गबन का आंकड़ा दो करोड़ से ऊपर

मोतिहारी। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो फिर लोग कहां जाएं। लोग इस उम्मीद के साथ बैंकों में अपनी जमा पूंजी जमा करते हैं कि वहां उनकी राशि सुरक्षित रहेगी। लेकिन इस विश्वास को तोड़ा है जिले के पताही प्रखंड के दलपत विशुनपुर सेंट्रल बैंक ने। यहां फर्जी तरीके से ऐ बैंककर्मी ने विभिन्न विभागों की राशि को सबसे पहले अपने बैंक खाते में ट्रांसफर किया। उसके बाद उस राशि की निकासी कर बैंक छोड़ फरार हो गया। करीब एक माह के बाद जब जीविका समूह की महिलाओं ने राशि की निकासी के लिए बैंक गई तो मामला सामने आया। प्रारंभिक स्तर पर जीविका के खाता से 27 लाख की निकासी की बात सामने आई, पर यह आंकड़ा 47 लाख पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि यह आंकड़ा दो करोड़ से ऊपर पहुंच सकता है। इस मामले में हर तरफ सन्नाटा है। जीविका की महिलाओं को सेंट्रल बैंक के प्रबंधक ने राशि देने का आश्वासन जरूर दिया है, पर कब तक उनकी राशि मिलेगी यह समय तय नहीं है। एक-एक रुपये जोड़कर जीविका की महिलाओं ने समूह के माध्यम से राशि जमा किया था। अब जरूरत पड़ने पर जब उन्हें यह पता चला कि उनकी राशि निकाल ली गई है तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है। बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक के नेतृत्व में जांच जरूर चल रही है, पर अभी तक जांच के नतीजे सामने नहीं आए हैं। इतना बड़ा फर्जीवाड़ा के बाद भी संबंधित बैंककर्मी की न तो तलाश की जा सकी है और न इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच की प्रक्रिया चाहे जो भी हो, पर गरीब महिलाओं की जमापूंजी को वापस दिलाने की दिशा में जिला प्रशासन की ओर से भी कोई कदम नहीं उठाया गया है। बता दें कि जीविका के अलावा कई विभाग की राशि की उक्त कर्मी ने निकासी की है। प्रखंड स्तरीय सरकारी खाता जो उक्त सेंट्रल बैंक में है उन खाते से भी राशि की निकासी की बात सामने आ रही है। चुनाव के दौरान हुई थी राशि की निकासी विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के दौरान उक्त बैंक से कर्मी ने राशि की निकासी की है। बता दें कि आयोग का सख्त निर्देश था कि अधिक राशि की निकासी पर नजर रहेगी। लेकिन दो करोड़ की राशि बैंक से दूसरे खाता में टांसफर होने व उसकी निकासी भी कर लेने की भनक नहीं मिलना भी आश्चर्यजनक हैं। बता दें कि सेंट्रल बैंक दलपत विशुनपुर के अधिकारियों की मिलीभगत ने सहायक शाखा प्रबंधक उत्पल आनंद ने पताही प्रखंड के जागृति जीविका समूह बखरी के खाता संख्या 3676494374 से तीन किस्तों 27 लाख रुपये की निकासी की थी। बाद में यह आंकड़ा 47 लाख पहुंच गया। सहायक शाखा प्रबंधक उत्पल आनंद पिछले तीन वर्षो से बैंक के पदस्थापित थे। नवंबर माह में अधिकारियों द्वारा बैंक के शाखा प्रबंधक नंदकिशोर दास एवं उत्पल आंनद का तबादला का पत्र प्राप्त हो गया था। पत्र प्राप्ति के बाद उत्पल आनंद ने जागृति जीविका समूह बखरी के खाता के अलावा अन्य विभागों से राशि अपने खाता में नेफ्ट के माध्यम से ट्रांसफर कर गायब हो गए। बताया गया कि पताही प्रखंड के 500 जीविका समूह का खाता इस शाखा में संचालित है। बताया जा रहा है कि कई विभागों को पता भी नहीं है कि उसके खाते से राशि की निकासी हो चुकी है। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक से बात करने की कोशिश की गई, पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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