लाखों की लागत से बना डायट भवन बदहाल

शिवहर। शिवहर में लाखों की लागत से निर्मित शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानि डायट भवन बदहाल होकर रह गया है। तीन एकड़ भूखंड पर अलग-अलग बने बहुमंजिला भवन पिछले दो साल से बनकर तैयार है। लेकिन चहारदीवारी के अभाव और चारों ओर से जलजमाव के चलते इस भवन का उपयोग नहीं हो पा रहा है। जबकि, यह भवन और परिसर आवारा पशुओं का चारागाह बन गया है। देखभाल के अभाव में परिसर में घास-पात उग गए है। परिसर भी जलजमाव की गिरफ्त में है। ऐसे में शिक्षक का आवास, पुरूष एवं महिला छात्रावास का भी उपयोग नही हो पा रहा है। शिवहर में वर्ष 1959 में प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना हुई थी। शुरूआती दौर में बुनियादी विद्यालय में इसका संचालन शुरू हुआ। वर्ष 2014 में यह उत्क्रमित होकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) बना। इसके बाद इस संस्थान का संचालन श्री नवाब हाईस्कूल कैंपस में होने लगा। तब यहां 50 सीट था। वर्ष 2016 में सीटों की संख्या बढ़ाकर 100 कर दी गई । वर्तमान में दूरस्थ शिक्षा के तहत लगभग 300 शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इसी बीच महुअरिया दरबार द्वारा डायट भवन के निर्माण के लिए बतौर दान तीन एकड़ जमीन दी गई। महुअरिया दरबार के पूर्व विधायक ठाकुर रत्नाकर राणा एवं ठाकुर पद्माकर ने जमीन उपलब्ध कराई। इसके बाद इस संस्थान का नामाकरण ठाकुर रामानंदन सिंह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान किया गया। सचिवालय से शोध एवं प्रशिक्षण तथा निदेशक माध्यमिक शिक्षा से सहमति प्राप्त करने के पश्चात भवन के निर्माण की प्रक्रिया विधिवत शुरू की गई। मई 2015 में भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ। अप्रैल 2018 को संस्थान को नया भवन मिल गया। हालांकि दो साल बाद कैंप में मिट्टी भराई,चारदीवारी निर्माण, पहुंच पथ का निर्माण, जलनिकासी की व्यवस्था दो साल बाद भी नहीं हो सकी है। ऐसे में लाखों की लागत से निर्मित भवन बदहाली का शिकार बन गया है। सामाजिक कार्यकर्ता मुकुंद प्रकाश मिश्र बताते हैं कि शासन-प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। अगर यही हाल रहा तो भवन ध्वस्त होकर जमींदोज हो जाएगा।


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