एक्सपायरी दवा मामले में डीएम ने लिया संज्ञान

किशनगंज। एक्सपायरी दवा प्रकरण में दोषी कर्मियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। डीएम डॉ. आदित्य प्रकाश ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच रिपोर्ट तलब किया है। डीएम के आदेश के बाद सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने घटना के वक्त प्रसव कक्ष और प्रसवोत्तर कक्ष में ड्यूटी पर तैनात तीन महिलाकर्मी सहित कुल पांच कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है। पांच दिनों के भीतर जबाब समर्पित करने का निर्देश देते हुए सीएस ने कहा कि संतोषजनक जबाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

बताते चलें कि बेहतर चिकित्सा सुविधा का दावा करने वाले सदर अस्पताल में कर्मियों की लापरवाही के कारण अक्सर लापरवाही का मामला सामने आता रहता है। हाल के दिनों में एक प्रसूता की मौत के बाद स्वजनों ने जमकर बवाल किया था। इस मामले में भी किस भी कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई। ताजा मामला रविवार रात की है। जिसमें एक प्रसूता की जान किसी तरह बचाई जा सकी। प्रसूता को एक्सपायरी डेट का स्लाइन चढ़ा दिया गया था।

कहने को तो सदर अस्पताल का सालाना बजट 1.21 करोड़ का है। बजट का लगभग 80 फीसदी परिवार कल्याण और जननी बाल सुरक्षा में खर्च होता है। जबकि पूरे जिले के दवा का बजट लगभग 4.5 करोड़ रुपये है। सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी के द्वारा सिविल सर्जन से दवाओं की मांग की जाती है। सिविल सर्जन की डिमांड पर बीआइएमएमसीएल द्वारा मांग के अनुरूप दवाओं को जिला स्टोर भेज देता है। जहां से विभिन्न अस्पतालों में वितरित किया जाता है। इस बीच किसी दवा की कमी होने पर रोगी कल्याण समिति के द्वारा स्थानीय बाजार से जरूरी दवाओं की खरीद की जाती है। नियमत: सभी अस्पतालों को तीन माह पूर्व दवाओं के एक्सपायर होने की सूचना वरीय अधिकारियों को देना है। राज्य सरकार के आदेश पर डीएम के निर्देश पर एक्सपायरी दवाओं के निस्तारण के लिए टीम का गठन किया जाता है। जिसमें दो वरीय चिकित्सक सहित मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाती है। टीम की उपस्थिति में दवाओं का निस्तारण किया जाता है। इस बीच एक्सपायरी दवाओं को एक निर्दिष्ट स्थान पर सुरक्षित रख दिया जाता है। ताकि इनका इस्तेमाल न हो सके। स्टोरकीपर के द्वारा समय समय पर दवाओं के एक्सपायरी डेट की जांच भी की जाती है और स्टॉक रजिस्टर से मिलान भी किया जाता है। इतनी सावधानी बरतने के बावजूद मरीज को एक्सपायरी दवा दिया जाना सदर अस्पताल कर्मियों की लापरवाही को उजागर करता है।
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने बताया कि घटना के वक्त लेबर रूम के इंचार्ज सहित पूर्व इंचार्ज, रिकवरी रूम में तैनात ए ग्रेड नर्स उपासना भारती, स्टोर कीपर सहित एक अन्य कर्मी के द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है। सभी दोषी कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। ऐसी लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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