अगली कैबिनेट में लगेगी मुहर, नेचर सफारी के लिए बदल जाएगी गया व नालंदा की सीमा

बिहारशरीफ। नेचर सफारी की परिकल्पना को धरातल पर उतारने के लिए गया स्थित नेचर सफारी की भूमि को नालंदा में स्थानांतरित करने के निर्णय पर अगली कैबिनेट में मुहर लग जाएगी। फाइल वन विभाग के पास पहुंच गई है। उसकी एनओसी का इंतजार है। इसके बाद राजस्व व भूमि सुधार विभाग के आदेश पर नालंदा व गया जिले की सीमा बदल जाएगी। डीएम योगेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार को जमीन के जिस रकबे को नेचर सफारी में मिलाने का प्रस्ताव दिया गया है। वह पूरी जमीन वन विभाग की है। इस कारण अधिग्रहण का कोई पेंच ही नहीं।

बता दें कि जिला प्रशासन ने गया के मोहड़ा अंचल के जेठियन, अतरी अंचल के भोजपुर और चकरा गांव के आसपास वन विभाग की 5368 एकड़ जमीन का स्थानांतरण नालंदा जिले में करने का प्रस्ताव भेजा है। ताकि यह जमीन नेचर सफारी के लिए मुहैया कराई जा सके।
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बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते 19 दिसंबर को नेचर सफारी के पूरे क्षेत्र का स्थल निरीक्षण किया था। इस दौरान उनकी नजर जेठियन मार्ग पर पड़ी। इसी रास्ते भगवान बुद्ध गया से राजगीर आए थे। इस तथ्य के मद्देनजर पूरे भू-भाग को नेचर सफारी का हिस्सा बनाने की बात कही। इसी कारण प्रशासनिक ²ष्टिकोण एवं सुरक्षा के मद्देनजर नेचर सफारी के पूरे भौगोलिक क्षेत्र को नालंदा जिले में सम्मलित करने की कवायद की जा रही है।
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इस साल लगेंगे 13 लाख पौधे
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पर्यावरण संरक्षण के लिए इस साल जिले में सरकारी स्तर पर करीब 13 लाख पौधे लगाए जाएंगे। सड़कों एवं तटबंधों के किनारे तथा मैदानों में पौधे लगेंगे। वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा करीब 7 लाख पौधे लगाए जाएंगे। मनरेगा के तहत 5.98 लाख पौधे लगाए जाने हैं। मनरेगा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने बताया कि यह लक्ष्य बढ़ भी सकता है। निजी जमीन में पौधरोपण किए जाने हैं।
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3.5 लाख पौधे लगाएगा मिशन हरियाली
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नूरसराय के मिशन हरियाली द्वारा भी इस साल साढ़े तीन लाख पौधे लगवाने का लक्ष्य रखा गया है। मिशन प्रमुख राजीव रंजन ने बताया कि इसमें एक लाख महोगनी एवं ढाई लाख फलदार पौधे होंगे।
मिशन द्वारा स्कूलों, अस्पतालों, बैंकों एवं कोचिग संस्थानों के माध्यम से पौधे वितरण करवाये जाते हैं। मिशन हरीयाली ने पौधारोपण मुहिम से एक हजार शिक्षकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। ये शिक्षक ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों का महत्व बता प्रेरित करेंगे और उन्हें मुफ्त में पौधे भी देंगे।
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