जिले में 102 क्रय केंद्र खुले, अबतक 44 हजार क्विटल धान की खरीद

दरभंगा। जिले में धान अधिप्राप्ति को लेकर पदाधिकारी जागरूक हैं। जागरूकता के बाद भी अबतक मात्र 44 हजार क्विटल धान की खरीद हो पाई है। पिछले साल धान लक्ष्य तीन लाख क्विटल था। इस बार भी यहीं लक्ष्य निर्धारित था। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने सभी प्रखंडों के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को लक्ष्य प्राप्त करने को लेकर धान अधिप्राप्ति तेज गति से करने को कहा है। हालांकि, कुछ प्रखंडों में धान अधिप्राप्ति की शून्य है। सदर प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी धीरज कुमार ने बताया कि बाढ़ आ जाने के कारण धान की पैदावार नहीं हो सकी। मात्र एक पंचायत दुलारपुर में 57 क्विटल धान की अधिप्राप्ति हुई है। सभी प्रखंडों में क्रय केंद्र खोले गए हैं। जिसमें हायाघाट,मनिगाछी केवटी जाले, कमतौल, हनुमाननगर, बेनीपुर, बिरौल,गौडाबौराम, बहेड़ी, अलीनगर, और कुशेश्वरस्थान पूर्वी, कुशेश्वरस्थान पश्चिमी में धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया चल रही है।


किसानों ने कहा- बाढ़ के कारण प्रभावित हुई फसल
धान अधिप्राप्ति और पैदावार के सवाल पर बिजली पंचायत के किसान अमीरी लाल यादव, बलहा पंचायत के सुरेश कुमार, लोआम पंचायत के बेलाल, बासुदेवपुर के रामप्रसाद यादव व अदलपुर के टुनटुन यादव ने बताया कि इस बार बाढ़ का कहर ऐसा था कि खेत में पैदावार हुई ही नहीं। धान पानी में सड़ गया।
बोले पैक्स अध्यक्ष- फसल हो गई बर्बाद
पैक्स अध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि सदर प्रखंड में धान की फसल बर्बाद हो गई। ऐसे में खरीदारी कहां से होगी। जबकि सदर प्रखंड में धान अधिप्राप्ति को लेकर तीन पैक्सों का चयन किया गया है। जिसमें दुलारपुर, लोआम, भालपटटी है और इन तीनों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। लेकिन किसी तरह की खरीदारी नहीं हुई। सरकार ने 1868 रुपये निर्धारित कर रखी है कीमत सरकार ने धान की कीमत 1868 रुपये प्रति क्विटल तय कर रखा है। बाबजूद बाढ़ से वंचित प्रखंडों में धान खरीदारी की स्थिति बेहतर नजर नहीं आ रही है। धान खरीद करने की समय-सीमा 31 जनवरी तक ही रखी गई है। इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी अमजद हयात ने बताया कि सभी प्रखंडों में धान क्रय केंद्र खोले गए हैं। सभी प्रखंडों से धान अधिप्राप्ति को लेकर पैक्स अध्यक्षों को जानकारी दी गई है। समय सीमा में लक्ष्य पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
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