फर्जीवाड़े में मधवापुर के पूर्व बीईओ उमेश बैठा पर गिरी गाज, पूर्ण पेंशन जब्त करने का आदेश

मधुबनी। जिले के मधवापुर प्रखंड के तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश बैठा (अब सेवानिवृत) पर शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। मधवापुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पद पर रहते हुए उमेश बैठा के द्वारा नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में अनियमितता एवं फर्जीवाड़ा का आरोप साबित होने पर उन्हें वृहत दंड दिया गया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. रणजीत कुमार सिंह ने उक्त आरोप प्रमाणित होने पर मधवापुर प्रखंड के तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश बैठा (अब सेवानिवृत) को बिहार पेंशन नियमावली के तहत पूर्ण पेंशन जब्त करने का आदेश दिया है। इस संबंध में प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने आदेश भी जारी कर दिया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने आदेश में उल्लेख किया है कि मधवापुर प्रखंड के तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश बैठा (अब सेवानिवृत) के विरुद्ध मधवापुर प्रखंड शिक्षक नियोजन एवं अवैध भुगतान में संलिप्तता के संबंध में परिवाद पत्र प्राप्त हुआ था। इसकी जांच के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी को निर्देश दिया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उमेश बैठा के विरुद्ध आरोप पत्र प्रपत्र-क गठित कर उपलब्ध कराया था। आरोप पत्र के जांचोपरांत प्रतिवेदित आरोप के मदों को प्रमाणित करने के लिए आवश्यक साक्ष्य उपलब्ध कराने का भी निर्देश डीईओ को दिया गया था। जिला पदाधिकारी ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था। बेनीपट्टी के एसडीओ ने तीन सदस्यीय जांच दल का जांच रिपोर्ट डीईओ को सौंपा था। दरभंगा के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक ने तीन सदस्यी जांच टीम का जांच रिपोर्ट प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को उपलब्ध कराया था। इस जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद दोषियों के विरुद्ध आरोप पत्र गठित करने एवं प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मधवापुर के तत्कालीन बीईओ उमेश बैठा के विरुद्ध प्रखंड शिक्षक नियोजन एवं अवैध भुगतान में संलिप्तता के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई। उक्त आरोप में उमेश बैठा को विभागीय कार्यवाही के अधीन करते हुए विभागीय कार्यवाही के संचालन के लिए दरभंगा प्रमंडल के आरडीडीई को संचालन पदाधिकारी एवं मधुबनी के डीईओ को उपस्थापन पदाधिकारी नियुक्त किया गया। संचालन पदाधिकारी द्वारा समर्पित जांच रिपोर्ट में नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में अनियमितता एवं फर्जीवाड़ा करने का आरोप प्रमाणित पाया गया। आरोप प्रमाणित होने पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने उमेश बैठा का पूर्ण पेंशन जब्त करने का आदेश जारी किया है।


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