ल्योन ने टेस्ट में रोहित को आउट कर रचा इतिहास, दिग्गज पेसर के रिकॉर्ड को किया ध्वस्त

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी गाबा टेस्ट की पहली पारी में रोहित शर्मा बड़ा धमाका करने में नाकाम रहे. दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 74 गेंदों का सामना करते हुए 44 रन बनाए, जिसमें 6 चौके शामिल थे. उन्हें दिग्गज स्पिनर नाथन ल्योन ने मिचेल स्टार्क के हाथों लपकवाकर अपना शिकार बनाया. इसके साथ ही ल्योन एक स्पेशल क्लब में भी शामिल हो गए. उन्होंने रोहित शर्मा को टेस्ट में सर्वाधिक बार आउट करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.

बता दें कि दाएं हाथ के स्पिनर ने हिटमैन को टेस्ट में छठी बार अपना शिकार बनाया है. उनसे पहले दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने रोहित को 204 गेंद डालते हुए पांच बार आउट किया था. इतना ही नहीं नाथन ल्योन को टेस्ट में 400 विकेट पूरे करने के लिए सिर्फ 3 विकेट की ज़रुरत है.
खबर लिखे जाने तक भारत ने 2 विकेट के नुकसान पर 62 रन बना लिए थे. कप्तान अजिंक्य रहाणे (2* रन 19 गेंद में) और चेतेश्वर पुजारा (8* रन 49 गेंद में) क्रीज़ पर जमे हुए थे. इससे पहले भारत को सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (7) के रूप में पहला झटका लगा, जबकि रोहित उनके बाद आउट हुए.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने स्टार बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन (108) और कप्तान टिम पेन (50) की शानदार पारियों की बदौलत पहली इनिंग में 369 रन बनाए. ब्रिसबेन टेस्ट का दूसरा दिन वर्षा बाधित रहा, जहां दिन के अंत में खेल को रोक देना पड़ा.
ब्रिसबेन के गाबा में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध खेले जा रहे सीरीज के चौथे और आखिरी टेस्ट मैच में टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज टी नटराजन और ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने डेब्यू किया, जहां दोनों ने 3-3 विकेट चटकाकर मेजबान टीम की पहली पारी को 369 रनों के स्कोर पर समेटने में अहम भूमिका निभाई. उनके अलावा तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने भी 3 बल्लेबाजों को आउट किया.
बता दें कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में 71 साल बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला है, जब दो गेंदबाजों ने एकसाथ डेब्यू करते हुए एक ही पारी में 3-3 विकेट हासिल किए. इससे पहले साल 1949 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो भारतीय गेंदबाजों ने डेब्यू टेस्ट में 3-3 विकेट लिए थे.
इस दौरान कोलकाता के इडेन गार्डन्स में खेले गए उस टेस्ट में मंटू बनर्जी और गुलाम अहमद ने टेस्ट में पदार्पण करते हुए 3-3 विकेट अपने नाम किए थे, जबकि 2021 में टेस्ट में डेब्यू करते हुए नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने 3-3 विकेट चटकाए.
गौरतलब है कि दाएं हाथ के तेज गेंदबाज नटराजन ने 78 रन देकर तीन विकेट, जबकि दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने 89 रन देकर 3 विकेट चटकाए. रिपोर्ट लिखे जाने तक, भारत ने 2 विकेट के नुकसान पर 62 रन बना लिए थे. कप्तान अजिंक्य रहाणे (2* रन 19 गेंद में) और चेतेश्वर पुजारा (8* रन 49 गेंद में) क्रीज़ पर जमे हुए थे. इससे पहले भारत को सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (7) के रूप में पहला झटका लगा, जबकि रोहित शर्मा (44) उनके बाद आउट हुए.
ऑस्ट्रेलिया ने स्टार बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन (108) और कप्तान टिम पेन (50) की शानदार पारियों की बदौलत पहली इनिंग में 369 रन बनाए. ब्रिसबेन टेस्ट का दूसरा दिन वर्षा बाधित रहा, जहां दिन के अंत में खेल को रोक देना पड़ा.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मुकाबलों की सीरीज का चौथा और आखिरी मैच ब्रिसबेन के गाबा में खेला जा रहा है। मेजबान के खिलाफ भारत की तरफ से तेज गेंदबाज टी नटराजन ने टेस्ट प्रारूप में डेब्यू किया। भारतीय पेसर ने अपने पहले मुकाबले में तीन विकेट अपने नाम किए। चौथे टेस्ट के दूसरे दिन कंगारू टीम 369 रनों पर ऑलआउट हो गई, जबकि भारत ने 2 विकेट के नुकसान पर 62 रन बना लिए थे।
बीसीसीआई ने उन्हें इस मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए नेट गेंदबाज के तौर पर शामिल किया था। हालांकि, भारतीय टीम के कई खिलाड़ी इस दौरान चोटिल हुए, जिसके चलते नटराजन को खेल के तीनों प्रारूपों में डेब्यू करने का मौका मिला।
टी नटराजन पहले ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने एक ही दौरे से अपना टी20, वनडे और टेस्ट करियर शुरू किया है। वह ऐसा करने वाले 17वें अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बन गए हैं। वह एक ही सीजन में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बने हैं।
भारत के पूर्व पेसर आरपी सिंह के क्लब में नटराजन ने अपना नाम दर्ज कर लिया है। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ने अपने डेब्यू टेस्ट मुकाबले में 78 रन देकर तीन विकेट लिए थे। 29 साल के भारतीय सीमर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 78 रन देकर तीन विकेट लेकर सबको प्रभावित किया। ऐसा करने वाले वह दूसरे भारतीय लेफ्ट आर्म पेसर बने हैं। उनसे पहले यह कारनामा आरपी सिंह ने किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2005/06 में 89 रन देकर 4 विकेट हासिल किए थे।
ये हैं बाएं हाथ के भारतीय सीमर की पहली पारी में सर्वश्रेष्ठ आंकड़े
4/89 आरपी सिंह बनाम पाकिस्तान फैसलाबाद 2005/06
3/78 टी नटराजन वी ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन 2020/21*
3/97 एसएस न्यालचंद बनाम पाकिस्तान लखनऊ 1952/53
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की गिनती विश्व के सबसे बड़े बल्लेबाजों में की जाती है. वहीं, दूसरी तरफ दिग्गज ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में शामिल किया जाता है. हाल ही में श्रीलंकाई टीम के तेज गेंदबाज इसुरु उदाना ने कोहली को सीमित ओवर्स के फोर्मेट का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज करार दिया है.
उदाना ने जडेजा को सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर बताया है तो ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को सर्वश्रेष्ठ पेसर के रूप में चुना है. मालूम हो कि इसुरु उदाना आईपीएल में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रतिनिधित्व करते हैं.
श्रीलंकाई पेसर ने कहा, "मुझे लगता है कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में विराट कोहली सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज, मिशेल स्टार्क सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज और रविंद्र जडेजा सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ी हैं." बता दें कि उदाना अबु धाबी टी10 लीग के दूसरे सीजन में बंगला टाइगर्स के आइकॉन खिलाड़ी हैं.
उन्होंने आगे कहा, "अबु धाबी टी10 एक मनोरंजक टूर्नामेंट होगा. ये गेंदबाजों के लिए काफी मुश्किल, लेकिन रोचक होता है. मैं बंगला टाइगर्स का हिस्सा बनकर काफी खुश हूं."
गौरतलब है कि अबुधाबी टी10 लीग का आयोजन 28 जनवरी से 6 फरवरी तक शेख जायेद क्रिकेट स्टेडियम में किया जाएगा. इस लीग में कई धुरंधर खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. ऐसे में ये एक रोमांचक टूर्नामेंट साबित होगा.
भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के पिता हिमांशु पांड्या का शनिवार की सुबह बड़ौदा में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. इस दुखद घड़ी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा की टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हार्दिक के बड़े भाई क्रुणाल पांड्या बायो बबल छोड़कर घर के लिए रवाना हो गए हैं. ऐसे में अब वे अपने परिवार के साथ रहेंगे. साथ ही वे अब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आगे के टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं रहेंगे.
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिशिर हट्टंगडी ने एएनआई (ANI) न्यूज़ एजेंसी को बताया, "हां, क्रुणाल पंड्या ने टीम का बायो बबल छोड़ दिया है. यह उनके और उनके परिवार के लिए बड़े दुख का समय है. बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या के पिता के निधन पर शोक में है."
गौरतलब है कि पांड्या बंधुओं का क्रिकेट करियर सवांरने के लिए उनके पिता ने काफी योगदान दिय. उन्होंने अपना स्थनांतरण सूरत से बड़ौदा सिर्फ अपने बेटों के क्रिकेट करियर के लिए करवाया था. इतना ही नहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, हार्दिक के पिता सूरत में एक छोटा सा कार वित्त व्यवसाय चलाते थे, जो कि उन्होंने बंद कर दिया. इसके बाद में वह परिवार को लेकर बड़ौदा आ गए थे.

अन्य समाचार