आदेश के तीन साल बाद भी विद्यालय मर्ज का मामला फंसा

बेगूसराय। अनुमंडल मुख्यालय मंझौल के आधा दर्जन मध्य एवं प्राथमिक विद्यालयों के कैंपस में एक साथ दो या उससे अधिक स्कूलों का संचालन हो रहा है। एक विद्यालय कैम्पस में एक से अधिक विद्यालय होने पर मूल विद्यालय में अन्य विद्यालय को समाहित किए जाने का आदेश तीन वर्ष पूर्व आया था। परंतु, अधिकारियों की सुस्ती के चलते यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।

इस संबंध में शिक्षा विभाग की एक बैठक में सीएम नीतीश कुमार के द्वारा विद्यालय मर्ज करने का आदेश दिया गया था। समायोजन अंतिम बार साल 2020 के नवंबर माह में प्राथमिक शिक्षा निदेशक रणजीत सिंह के आदेश के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। आश्चर्यजनक की बात है कि एक विद्यालय कैंपस में जो भी दूसरा विद्यालय चल रहा है, उन सभी विद्यालयों को मूल विद्यालय में मर्ज करने का आदेश मुख्यमंत्री ने करीब तीन साल पहले ही शिक्षा विभाग की बैठक में दिया था। आदेश को अमली जामा पहनाने के लिए पटना शिक्षा विभाग से बेगूसराय के डीईओ को पत्राचार भी किया जाता रहा। परंतु, कुछ मामले को छोड़कर अभी तक अधिकांश मामलों में कोई भी पहल होता नहीं दिख रहा है। आधा दर्जन विद्यालयों के कैंपस में संचालित होते है अन्य विद्यालय भी
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बताते चलें कि मंझौल की चार पंचायतों एवं पबरा पंचायत को मिलाकर कुल छह विद्यालयों के कैंपस में अलग-अलग विद्यालय सालों पहले टैग किए गए हैं। परंतु, सरकारी के आदेश के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूल को मर्ज करने की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मंझौल पंचायत- एक के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खैरा में प्राथमिक विद्यालय मुसहरी, मंझौल पंचायत दो के परिषद मध्य विद्यालय में उत्क्रमित मध्य विद्यालय गाड़ा पोखर, कन्या मध्य विद्यालय में प्राथमिक विद्यालय ठाकुरबाड़ी, मंझौल पंचायत तीन के उर्दू प्राथमिक विद्यालय बाजार में प्राथमिक विद्यालय रविदास नगर, मंझौल पंचायत चार के मध्य विद्यालय मंझौल बाजार में प्राथमिक विद्यालय बजराहा मुसहरी एवं पबरा के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पबरा में प्राथमिक विद्यालय पबरा घाट और प्राथमिक विद्यालय मोची टोल को टैग किया गया है। उक्त आधा दर्जन विद्यालय में टैग किए गए विद्यालय अब तक चल ही रहे हैं। किसी को मर्ज नहीं किया गया है। क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में चेरिया बरियारपुर के बीईओ आशीष गुप्ता ने पूछने पर बताया कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों से मंतव्य लेकर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
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