मोबाइल से है प्यार तो जिदगी से क्यों खिलवाड़ : एसपी

बिहारशरीफ। नई-नई तकनीक व मोबाइल की सुरक्षा को लेकर युवा को हर सुविधा चाहिए, लेकिन जीवन की सुरक्षा करने वाला सेफ्टीगार्ड (हेलमेट) लगाने से युवा क्यों बचते हैं। जिदगी को मोबाइल से भी सस्ता समझने वाले युवाओं को एसपी हरि प्रसाथ एस ने यातायात नियमों के पालन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में मृत्यु का बड़ा कारण ओवर स्पीडिग, नियम तोड़ना, हेलमेट या सीट बेल्ट का प्रयोग न करना है।

नालंदा पुलिस व आरपीएस स्कूल के संयुक्त प्रयास से शुक्रवार को छात्र-छात्राओं की पाठशाला लगाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एसपी ने किया। डीएसपी ट्रैफिक अरुण कुमार सिंह व स्कूल के निदेशक अरविद कुमार सिंह ने भी बच्चों को ट्रैफिक रूल से अवगत कराया। -----------------------------

शिक्षक की भूमिका में दिखे एसपी
........... एसपी हरि प्रसाथ एस बच्चों के सामने एक शिक्षक की भूमिका में दिखें। बच्चों के सवालों का जवाब काफी धैर्य से दिया। हर सवाल का जवाब उदाहरण के साथ दिया। उन्होंने कहा कि हर किसी को अपनी जवाबदेही समझनी होगी। अगर किसी की भी दुर्घटना हो तो तुरंत उसकी मदद करें। पुलिस पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि सजा आखिरी स्टेज है। इसकी नौबत ही न आने दें। कहा कि सरहद पर तो दुश्मनों से जंग में देश के जवानों की शहादत होती है। समाज में रोड एक्सीडेंट में मौत का कौन जवाबदेह होगा।
एसपी ने जीवन में सफलता के मूल मंत्र भी बताएं। उन्होंने कहा कि चाहे आप कुछ भी बनें, पहले एक अच्छा इंसान बनें। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में जिस घर का चिराग बुझता है, उनके घरवालों पर क्या बीतती है, उसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। जो बच्चे स्पीड में बाइक चलाते हैं, उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि कितने बेसब्री से घरवाले उनका इंतजार करते हैं। किसी भी अनहोनी की खबर उनके लिए किसी पहाड़ से कम नहीं होती। -------------------------------
आम जन के जीवन की फिक्र, तभी हेलमेट लगाने को कहता है शासन
............ एसपी ने कहा कि जिस तरह घर पर मां-पिता को उनके बच्चों की या उनके परिवार के अन्य सदस्यों की सलामती चाहिए होती है। उसी तरह सरकार व प्रशासन भी उनकी सलामती चाहती है। मौत किसी की भी हो, दर्द शासन के अफसरों को भी होता है। --------------------------
पुलिस वाले हेलमेट क्यों नहीं पहनते
.............. कार्यक्रम में एक छात्र ने ट्रैफिक डीएसपी से पूछा कि पुलिस खुद हेलमेट क्यों नहीं लगाती। इस पर डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने बड़ी ही साफगोई से कहा कि कुछ पुलिस वाले ऐसा करते हैं, इससे इंकार नहीं। लेकिन पकड़े जाने पर उनसे दोगुना फाइन वसूल किया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी ऐसा करते दिखे तो हमें सूचना दें।
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