आठ घंटे मशक्कत बाद 15 दमकल ने पाया जूट पार्क आग पर पाया काबू

पूर्णिया। मरंगा के बियाडा स्थित पुनरसार जूट पार्क में बुधवार की शाम लगी आग को आठ घंटे के मशक्कत के बाद 15 दमकल की गाड़ियों की मदद से काबू पाया गया। गुरुवार को भी दिनभर जूट में लगे आग को बुझाने का काम जारी रहा। आग में कच्चा जूट सहित तैयार सामान एवं मशीन जलकर राख हो गया। आग की चपेट में आने से पूरा जूट पार्क धू-धूकर जल गया। आग से दस करोड़ से अधिक का नुकसान बताया जा रहा है। जूट पार्क में मौजूद कंपनी के अधिकारी ने बताया कि जूट पार्क में 100 टन कच्चा माल स्टॉक हमेशा रहता है। वहीं 95 टन माल बनकर तैयार था जो आग में जल गया। आग लगने से पहले 20 टन तैयार माल बाहर निकला था जो बच पाया। इसके अलावा अंदर जूट का सामान तैयार करने में लगे सभी मशीन आग में जलकर बर्बाद हो गया।


कंपनी के अधिकारी के मुताबिक स्पीनिग चार के पास मोटर के स्पार्क होने से आग लगी। आग लगते ही तेजी से आग फैलने लगी और देखते ही देखते अंदर चारों तरफ आग फैल गई। बताया जाता है कि आग लगने से फायर सिस्टम भी आग के चपेट में आ गया जिसका समय पर उपयोग नहीं हो पाया। घटना की सूचना बाद धीरे-धीरे अग्निशमन की छोटी-बड़ी गाड़ियां पहुंचने लगी। आग देखकर पूर्णिया सहित अररिया, कटिहार और सुपौल से छोटी-बड़ी करीब 15 अग्निशमन वाहन मंगाकर आग पर काबू पाया गया। आग लगने की घटना का जायजा लेने पुराने जूट पार्क संचालित करने वाले लोग सहित उद्योग विभाग के महाप्रबंधक संजय कुमार वर्मा पहुंचे। सभी ने जानने की कोशिश किया कि आखिर आग कहां से कैसे लगी और कितने का नुकसान हुआ है। आग लगने की घटना सहित नुकसान को देखकर हर कोई अचंभित रहे। आखिर एक मशीन से निकली चिगारी से पूरा जूट पार्क कैसे आग की चपेट में आ गया। उद्योग विभाग के जीएम ने बताया कि दिसंबर में न्यायालय के निर्देश पर बियाडा के लीज और कंपनी के इकरारनामा की जांच की गई थी। बताया कि यह मामला भी अभी चल रहा है।
वर्ष 2012 में जूट पार्क हुआ था शुरू::
बियाडा में पुनरसार जूट पार्क वर्ष 2012 में शुरू हुआ था। 42 करोड़ से प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई थी। इसके बाद से यह प्रोजेक्ट लगातार चल रहा था। यहां जूट से सामग्री तैयार कर सप्लाई किया जाता था। अभी इस जूट कंपनी को कोलकाता के प्रतीक चौरसिया द्वारा संचालित किया जा रहा है। कंपनी के जीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि जल्द ही इसे फिर से संचालित किया जाएगा। वे पांच जूट मिल संचालित करते हैं। जिसमें पुनरसार जूट पार्क सबसे छोटा पार्क है। कंपनी के मालिक सहित पूरी टीम के साथ शुक्रवार को पहुंच रहे हैं। मशीन सहित कच्चे माल के नुकसान का आंकलन कर इसे जल्द ही फिर से शुरू किया जाएगा।
300 लोगों के रोजी-रोटी पर संकट::
जूट पार्क में 300 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। कामकाज कर अपना रोजी-रोटी चलाता है। आग लगने की घटना के बाद सभी के चेहरे पर मायूसी छा गई है। मानो अब उसके रोजगार का क्या होगा। सभी कर्मी सिर्फ पूरे मशीन को देखकर अधिकारी की बात सुन रहे हैं आखिर अब उनका क्या होगा। फैक्ट्री के एचआर सीमा शर्मा ने कहा कि मालिक से बातचीत हुई है जल्द ही फिर से मशीन संचालित कर फैक्ट्री को चालू किया जाएगा। इसके लिए पूरी टीम पहुंच रही है।
पूर्व में भी दो बार लग चुकी है आग::
जूट पार्क में पूर्व में भी दो बार आग लगने की घटना हो चुकी है। लेकिन यह सबसे बड़ी घटना हुई है। आग लगने की घटना के बावजूद यहां फायर सिस्टम को दुरुस्त और बेहतर बनाने की दिशा में कदम क्यों नहीं उठाया गया यह भी एक सवाल है। आग की घटना बाद बगल में स्थित एचपी गैस कंपनी ने अपने फायर सिस्टम से अग्निशमन विभाग के दमकल को पानी उपलब्ध कराया जो आग पर काबू पाने में मददगार साबित हुआ। बताया जाता है कि कंपनी को पूरे पार्क का इंश्योरेंस है जिससे उसकी भरपाई हो जाएगी और फिर से कंपनी को फिर से शुरू करने में आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। कोट के लिए:-
आग की बड़ी घटना के कारण पूर्णिया सहित आसपास के जिला से 12 बड़ी एवं तीन छोटी अग्निशमन की गाड़ी से आग पर काबू पाया गया। 10 करोड़ से अधिक का नुकसान बताया गया है। नुकसान का कुल आंकलन सर्वे टीम द्वारा करने के बाद ही सामने आ पाएगा।
राय विमल विद्रोही, जिला अग्निशमन पदाधिकारी
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