पूर्णिया के मुखिया को मिला कटिहार के स्थायी पते पर लाइसेंस

पूर्णिया [राजीव कुमार]। कटिहार से फर्जी पते पर हथियारों के लाइसेंस मिलने का मामला थमता नहीं नजर आ रहा है। हर दिन कटिहार ने हथियारों के लाइसेंस निर्गत करने के मामले में बरती गयी धांधली उजागर हो रही है। अभी कटिहार के सहायक थाना के आफिसर कालोनी के एक ही फर्जी अस्थायी पते पर कई हथियारों के लाइसेंस निर्गत करने के मामले की जांच पूरी भी नहीं हुई है की इसी थाना क्षेत्र के तेजाटोला के फर्जी स्थायी पते पर पूर्णिया के एक मुखिया को हथियार का लाइसेंस निर्गत करने का मामला सामने आ गया है। यह मुखिया पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बियारपुर पंचायत के धीरेन्द्र यादव है जिन्हें कटिहार के सहायक थाना क्षेत्र के तेजा टोला का स्थायी निवासी बताकर हथियार का लाइसेंस दिया गया है। इस मामले में अब सवाल उठ गया है की जब धीरेन्द्र यादव पूर्णिया पूर्व के बियारपुर पंचायत के मुखिया है और विगत कई वर्षों से चुनाव जीतने के बाद इस पद पर पदस्थापित हैं तो फिर वे कटिहार के तेजा टोला के स्थायी निवासी कैसे हो गए। वहीं अगर मुखिया कटिहार के तेजा टोला के वास्तव में स्थायी निवासी हैं तो फिर विगत कई वर्ष पूर्व हुए पंचायत चुनाव उन्होंने किस आधार पर लड़ा और उसमें जीत हासिल कर उनके द्वारा कई करोड़ की योजनाओं का अपने पंचायत में क्रियान्वयन तक कराया गया।


--------------------------------------
हथियार लेने की हड़बड़ी में मुखिया जी भूल गए अपना असली पता
----------------------------------------------------
बताया जाता है की कटिहार से हथियार लेने की जल्दबाजी में पूर्णिया पूर्व प्रखंड के बियारपुर पंचायत के मु्िखया धीरेन्द्र यादव अपना असली पता तक भूल गए। वे भूल गए की एक ही व्यकित दो जिलों का स्थायी निवासी नहीं हो सकता है।बताया जाता है की मुखिया धीरेन्द्र यादव का पूर्णिया के अलावा कटिहार के तेजा टोला में भी अपना घर है। हथियार लेने के वक्त उन्हें इस बात का ख्याल नहीं रहा की भले ही लाइसेंस लेने की जल्दी में कटिहार का पता का उल्लेख करने पर उन्हें पूर्णिया के थाना सहित जिले के आला पुलिस पदाधिकारियों से सत्यापन की छूट मिल जाएगी। लेकिन उन्हें पता नहीं था की यही गलती उनके गले का फांस बन सकती है। आनन- फानन में मुखिया जी ने हथियार के लिए कटिहार के पते पर कटिहार में आवेदन जमा किया और महज चार कदम यानी उनका स्थानीय थाना सहायक थाना एवं पुलिस निरीक्षक एवं पुलिस उपाधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक कटिहार के कार्यालय से गुजरता हुआ आवेदन कटिहार के जिलाधिकारी के पास पहुंचा और उन्हें हथियार का लाइसेंस देने की स्वीकृति मिल गयी। बताया जाता है की हथियार दिलाने वाले दलालों ने उस वक्त मुखिया जी को समझाया होगा की इतना कौन देखने जाता है। लेकिन अब वही जल्दीबाजी मुखियाजी के गले की फांस बन गयी है।
----------------------------------------------
सहायक पुलिस के सत्यापन पर भी उठे सवाल
---------------------------------------------
कटिहार जिले में हथियारों के लाइसेंस वितरण में बरती गयी धांधली में सहायक एवं नगर थाना की भूमिका पर
उठते रहे हैं। यह माना जाता रहा है की इन दोनों थानों ने आंख बंद कर सत्यापन का काम किया। अब परत दर परत यह मामला सामने आने लगा है। पहला मामला जब सहायक थाने का सामने आया तो कहा गया की हो सकता है की पुलिस की यह पहली और आखिरी गलती हो । लेकिन तेजा टोला का मामला भी सामने आने के बाद हथियारों के लाइसेंस के लिए आवेदनों के सत्यापन के मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए है। इन मामलों से अंदाजा लगाया जान? रहा है की सत्यापन के मामले में पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अंजान बनी रही। सहायक पुलिस ने मुखिया का सत्यापन करने के पहले इस बारे में जानकारी क्यों नहीं जुटाई? की धीरेन्द्र यादव क्या करते हैं। आखिर आवेदन में मुखिया ने अपना पेशा क्या लिखा था? मुखिया के तेजा टोला स्थित आवास पर जाकर क्या सत्यापन किया गया था। क्या स्थानीय लोगों से पुलिस ने मुखिया के बारे में जानकारी जुटाई? अगर नहीं तो क्या पैसे के बल पर पुलिस ने आवेदन में लिखी बातों को सही मानकर हथियार की अनुशंसा कर दी।
------------------------------------
संतोष का सत्यापन मंरगा पुलिस ने आंख बंदकर किया
--------------------------------------
कटिहार के फर्जी अस्थायी पते पर जिस संतोष को हथियार का लाइसेंस दिया गया है पूर्णिया की मरंगा थाना की पुलिस ने उसका सत्यापन भी आंख बंदकर किया है। संतोष के आवेदन का सत्यापन मरंगा के पूर्व थाना अध्यक्ष मुकेश मिश्रा ने किया था। बताया जाता है की पूर्णिया जिले से भी कई सत्यापनों में धांधली बरती गई है। अब जांच के बाद धीरे-धीरे बातें सामने आने लगी है। कोट के लिए
------------------------
हमने कटिहार के सहायक थाना क्षेत्र के तेजाटोला के स्थायी पते पर कटिहार से हथियार का लाइसेंस लिया है. हम पूर्णिया के बियारपुर पंचायत के मुखिया पद पर भी पदस्थापित है. हमने पुलिस को दोनों स्थानों के पते का कागजात दिया था। धीरेन्द्र यादव मुखिया बियारपुर पंचायत पूर्णिया पूर्व प्रखंड
---------
धीरेन्द्र यादव ने कटिहार के सहायक थाना ते तेजा टोला के स्थायी पते पर हथियार के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था। जिसका सत्यापन करने के बाद हथियार के लाइसेंस देने की अनुशंसा की गयी थी, इसके अलावा वे पूर्णिया के किसी पंचायत के मुखिया है और वे पूर्णिया के स्थायी निवासी है इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है और ना ही अपने कागजात में उन्होंने इसका उल्लेख किया है।
- राजेश कुमार पूर्व थाना अध्यक्ष, सहायक थाना कटिहार

शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

अन्य समाचार