एमवीआइ का चालक पप्पू कार्यालय में बैठकर करता है अवैध उगाही

पूर्णिया। जिला परिवहन कार्यालय में काम के एवज में लोगों से अवैध उगाही में जिम्मेदार पदाधिकारी के चालक से लेकर कर्मियों की संलिप्तता की चर्चा अक्सर रहती है। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मोटरयान निरीक्षक(एमवीआई) निशांत कुमार के गाड़ी का चालक पप्पू कुमार कार्यालय में बैठकर काम कराने पहुंचने वाले लोगों को डील कर अतिरिक्त राशि का मांग कर रहा है। चालक की हैसियत ऐसी कि एमवीआई के कार्यालय कक्ष में बैठकर काम के एवज में लोगों से खुलेआम उगाही कर रहा है। वीडियो में साफ-साफ दिखाई और सुनाई पड़ रहा है कि चालक द्वारा काम कराने पहुंचने वाले व्यक्ति से रुपये का मांग किया जा रहा है। वीडियो देख यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि परिवहन कार्यालय दलालों के चंगुल में फंसा हुआ है, जहां कार्यालय के बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता के साथ-साथ कर्मी और चालक तक की भूमिका रहती है।


वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एमवीआई कार्यालय में काम करवाने पहुंचे व्यक्ति के गाड़ी का चालान किसी कारण से 15 हजार रुपये का था। उसके एवज में उससे 15 हजार रुपये अतिरिक्त कुल 30 हजार रुपये की मांग चालक कर रहा है। व्यक्ति द्वारा चालान के अतिरिक्त लिए जाने वाले रुपये का कोई रशीद देने की बात पूछने पर चालक कोई रशीद नहीं देने की बात कार्यालय में बैठे कई लोगों के सामने कह रहा है। चालान के एवज में अतिरिक्त 15 हजार रुपये की मांग पर जब पीड़ित व्यक्ति द्वारा उन्हें नजदीक जाकर कुछ कहा जा रहा है तो वो सीधे तौर पर साहब से मिल लेने की बात कह रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारी के संरक्षण में चालक कार्यालय में बैठकर पहुंचने वाले लोगों को डील कर अवैध उगाही का खेल कर रहा है। बताया जाता है कि जब चालक और व्यक्ति के बातचीत का वीडियो किसी के द्वारा बनाने की बात कार्यालय के चालक एवं अन्य कर्मी को पता चला तो कहीं भी बात लीक होने पर उस व्यक्ति को काम नहीं होने देने का धमकी तक दिया गया है। परिवहन कार्यालय का यह एक बानगी है काम कराने पहुंचने वाले लोगों से अवैध उगाही के कई तरह का काला कारनामा होते रहता है।
सहायक केहाट थाना का है मामला::
बस स्टैंड में दिसंबर माह में बीआर 11टी 7187 रजिस्ट्रेशन नंबर के बस की दुर्घटना बाद सहायक केहाट थाना में कांड संख्या 710-20 में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मोटरयान निरीक्षक से बस का जांच रिपोर्ट मांगा गया था। बताया जाता है कि जांच में बस के दस्तावेज में कुछ कमी पाई गई। इस एवज में 15 हजार रुपये का चालान हुआ था, जहां कार्यालय में एमवीआई के चालक द्वारा चालान के 15 हजार की राशि के एवज में 15 हजार रुपये अतिरिक्त मांग रहा है। दोगुना राशि देने वाले का ही होता है काम::
एमवीआई कार्यालय में वाहन संबंधित कोई काम एवं चालान संबंधित जानकारी लेने पहुंचने वाले व्यक्ति से वहां दोगुना राशि देने के बाद ही काम होने की बात कह दी जाती है। अन्यथा फाइल में कई तरह की कमियां बता दी जाती है। काम के एवज में जो निर्धारित राशि के अतिरिक्त राशि देता है उसका काम तुरंत और समय से हो जाता है और नहीं देने पर फाइल को लटका दिया जाता है। फिर व्यक्ति कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते परेशान रहते हैं। ऐसा ही कारनामा वायरल वीडियो के मामले में भी हुआ है। अतिरिक्त राशि नहीं देने पर चालान राशि जमा नहीं करने की बात दिखाकर फाइल थाना भेज दिया गया है।
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कोट के लिए:-
गाड़ी चालक पप्पू द्वारा कार्यालय में बैठकर इस तरह से काम करने के मामले को देखकर कार्रवाई करेंगे।
निशांत कुमार, एमवीआई
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