भू- सर्वेक्षण को वंशावली जरूरी : डीएम

जहानाबाद। भविष्य में जमीन से संबंधित विवाद से बचने को लेकर सरकार द्वारा भू-सर्वेक्षण कराया जा रहा है। आने वाली पीढ़ी भूमि विवाद के झंझट से बच सकेंगे। अक्सर देखा जाता है कि जमीन के छोटे-छोटे टुकड़े को लेकर दशकों तक विवाद चला आ रहा है। आर्थिक से लेकर पारिवारिक कलह भी बढ़ता है। उक्त बातें जिलाधिकारी नवीन कुमार ने गुरुवार के घोसी में भू-सर्वेक्षण अभियान के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि आपसी झगड़े में परिवार और समाज का विकास कार्य बाधित हो जाते हैं। उन्होंने घोसी प्रखंड के लखावर पंचायत के विरुपुर एवं केवाली का निरीक्षण किया। डीएम ने ग्रामीणों से सर्वेक्षण से संबंधित जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि जमीनों का सर्वेक्षण को ले संबंधित कागजात उपलब्ध कराना जरूरी है। उन्होंने प्रभारी पदाधिकारी को रैयतों से जमीन का कागजात एवं वंशावली को स्वघोषणा के साथ शत प्रतिशत जमा कराने का निर्देश दिया ताकि सर्वेक्षण का कार्य पूरी तरह से सम्पन्न हो सके। प्रपत्र दो, तीन एवं तीन (एक) को जमा करना अतिआवश्यक है। सरकारी भूमि का पंजी, सरकारी भूमि,भू हदबंदी के भूमि के बंदोबस्ती की पंजी, वासगीत पर्चा की पंजी, सैरातों की पंजी इत्यादि की छायाप्रति संबंधित शिविर प्रभारी को उपलब्ध कराया जाएगा। डीएम ने बताया कि खतियानी विवरणी प्रपत्र पांच का निर्माण, ससमय पूर्ण किया जाना सरकार का निर्देश है। उन्होंने बताया कि विशेष सर्वेक्षण शिविर के अधीन जो मौजे है उनका खतियानी विवरणी अंचल द्वारा शिविर के प्रभारी विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी को उपलब्ध कराया जाता है। अपर समाहर्ता अरविद कुमार मंडल ने बताया कि शिविर प्रभारी द्वारा सरकारी, लोक भूमि की सूची तैयार करने एवं विशेष सर्वेक्षण शिविर के सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों को उपलब्ध कराना है।

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