दवा बिना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अस्पताल

अरवल : सरकार एक तरफ स्वास्थ्य विभाग को चुस्त एवं दुरुस्त करने में लगी है वहीं अस्पताल में कार्यरत कर्मियों एवं चिकित्सक इस विभाग को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। ऐसा वाक्या हमेशा ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित अस्पतालों से मिल रही है। ऐसा ही मामला किजर अवस्थित सरकारी अस्पताल हेल्थ एंड वेलनेस अस्पताल में हमेशा मिल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र से आम आवाम आते तो जरूर हैं लेकिन उन्हें वगैर इलाज के दवा नहीं होने का बहाना बनाकर छोड़ दे रहे हैं। खोजन ग्राम निवासी रमेश कुमार यादव एक वृद्ध परिवार को रात्रि में लेकर जब पहुंचे तो उपस्थित चिकित्सक ने साफ कह दिया कि यहां से ले जाइए यहां कोई दवा नहीं है। चिकित्सक द्वारा उसे वृद्ध् को आला तक नहीं लगाया। जब वृद्ध् के साथ आए लोग ने बाहर से दवा देने की बात कहकर काफी आरजू विनती करने पर एक चिकित्सक ने उस वृद्ध का इलाज किया। चार माह पूर्व सड़क किनारे पेट दर्द से करा रहे बच्चे को जब लोग अस्पताल पहुंचाए तो उस वक्त भी चिकित्सक ने यह कहते हुए देखने से इंकार कर दिया कि यह काफी सीरियस मरीज है। इसे जल्द अरवल सदर अस्पताल ले जाएं। जबकि पंचायत के मुखिया के पहुंचते ही उस बच्चा का इलाज प्रारंभ कर दिया गया था। सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार चंद्रवंशी ने सिविल सर्जन से ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित अस्पताल का लाभ आम आवाम की दिलाने की मांग की है। उन्होंने सीएस से चिकित्सा में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों एवं कर्मियों पर कार्रवाई करने की भी मांग किया है।


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