मंत्रिमंडल में 'फरक' ही रहा फरकिया

खगड़िया। बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में खगड़िया से फिर किसी को मौका नहीं मिला। जिससे जिलेवासियों में मायूसी है। लगातार खगड़िया की उपेक्षा की जा रही है। जबकि यहां के चार में से दो विधायक जदयू के हैं। बेलदौर विधायक पन्नालाल सिंह पटेल कई बार से चुनाव जीतते रहे हैं। मंत्रिमंडल गठन से पूर्व परबत्ता के नव निर्वाचित विधायक डॉ. संजीव कुमार का नाम भी जोरों से उछला था। बताते चलें कि डॉ. संजीव कुमार के पिता आरएन सिंह सूबे की नीतीश सरकार में एक बार मंत्री रह चुके हैं। मालूम हो कि इस विधान सभा से पहले जिले से जदयू के तीन विधायक थे। परंतु, उसमें भी खगड़िया को प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में नहीं मिला था। इस बार भी खगड़िया खाली हाथ रहा।


नीतीश कुमार के शासन काल में अब तक मात्र एक बार जिले के परबत्ता विधायक आरएन सिंह को मंत्री बनने का अवसर मिला। उन्हें वर्ष 2008 में मंत्री बनाया गया। तबसे लेकर फिर खगड़िया के किसी विधायक को मंत्री बनने का अवसर नहीं मिल सका है। इससे जदयू कार्यकर्ताओं में खासा निराशा है। वैसे, जदयू जिला अध्यक्ष बबलू मंडल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और मुख्यमंत्री ने जो भी फैसला लिया, सही लिया। मुख्यमंत्री ने अनुभवी लोगों को मंत्री बनाया है। उम्मीद है कि आगे खगड़िया को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि खगड़िया के किसी विधायक को मंत्री पद नहीं मिला मिला। परंतु, विधान पार्षद सम्राट चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। सम्राट चौधरी की कर्मभूमि खगड़िया ही है। भाजपा खगड़िया की ओर से उन्हें बधाई है।
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