Test Cricket History: जब एक ही दिन में खत्म हो गए यह टेस्ट मैच, जानिए सबकुछ

नई दिल्लीः क्रिकेट बड़ी अनिश्चितताओं का खेला माना जाता है, जिसका आखिरी गेंद तक भी पता नहीं होता कि मैच का परिणाम क्या होगा। क्रिकेट में कभी बल्लेबाज गेंदबाज पर भारी पड़ते हैं, तो कभी बॉलर भी बल्लेबाजों को उलझन में डाल देते हैं। टेस्ट मैच आईसीसी के नियमों के अनुसार तो 5 दिन तक खेला जा सकता है, लेकिन क्रिकेट में कुछ मैच ऐसे भी हुए जो केवल एक या दो दिन ही चल सके।

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि गेंदबाजों की जादूगरी बल्लेबाजों के पल्ले नहीं पड़ी और तू चल मैं आया वाली होड़ लगी रही। आज यानि गुरुवार को भारत और इंग्लैंड के बीच कुछ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। भारत ने इंग्लैंड के लक्ष्य का पीछा करते हुए 49 रन बनाकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की।
5 दिन तक चलने वाले टेस्ट मैचों के 143 साल लंबे इतिहास में महज 4 ही मौके ऐसे रहे हैं, जब टेस्ट मैच के दौरान गेंद की ताकत बल्ले पर ऐसी भारी पड़ी है कि दोनों टीमों की चारों पारियां एक ही दिन में खेली गईं। सुनने में ही लग रहा है न आश्चर्यजनक. इस हैरतअंगेज रिकॉर्ड में भारतीय क्रिकेट भी एक मौके पर शामिल रही है।
- इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच ऐसा रहा मुकाबला
टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहली बार एक ही दिन में दोनों टीमों की चारों पारियां खेले जाने का अनूठा रिकॉर्ड इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच साल 2000 में सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में देखने को मिला। मुकाबले में ऐसा ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनने जा रहा था तो कुदरत ने उसके लिए मैदान भी ऐतिहासिक ही चयनित किया। यह टेस्ट मैच खेला गया था क्रिकेट का मक्का कहलाने वाले लॉडर्स क्रिकेट मैदान में।
इंग्लैंड के कप्तान एलेक स्टीवर्ट ने टॉस जीतकर वेस्टइंडीज को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया। कैरिबियाई टीम मैच के दूसरे दिन यानी 30 जून को 267 रन पर लुढ़क गई। फिर उतरी इंग्लैंड कर्टले एंब्रोस और कर्टनी वॉल्श की भयानक तेज गेंदबाजी के सामने उसी दिन 134 रन पर लुढ़क गई. दोनों गेंदबाजों ने 4-4 विकेट चटकाए।
बढ़त उत्साहित कैरेबियाई टीम की मुस्कान को खत्म किया इंग्लिश तेज गेंदबाज एंड्रु कैडिक और डोमिनिक कॉर्क की जोड़ी ने। कैडिक ने 16 रन देकर 5 विकेट लिए और पहली पारी में भी 4 विकेट लेने वाले कार्क ने 13 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इनके अलावा पहली पारी में 4 विकेट लेने वाले डैरेन गफ ने भी 17 रन देकर 2 विकेट ले लिए।
पूरी कैरेबियाई टीम महज 54 रन पर सिमट चुकी थी। इंग्लैंड को जीत के लिए लक्ष्य मिला 188 रन का, जिसमें उन्होंने 30 जून को ही मैच की चौथी पारी का आगाज करते हुए मार्क रामप्रकाश का विकेट भी खो दिया। तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम कार्क के आखिरी पलों में बनाए गए नाबाद 33 रन से मैच जीत गई, लेकिन इससे पहले असली इतिहास तो दूसरे दिन ही बन चुका था।
- जानिए कब आया भारत का नंबर
टीम इंडिया के लिए न्यूजीलैंड का दौरा अलग परिस्थितियों वाला माना जाता रहा है। वहां का बिल्कुल अलग मौसम और अन्य हालात ऐसे में साल 2002 के दौरे पर टीम इंडिया ने भी एक ही दिन में चारों पारी खेले जाने के इस इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। हैमिल्टन की पिच पर पहले दिन बारिश के कारण खेल नहीं हुआ तो दूसरे दिन का खेल खत्म हुआ भारत के 8 विकेट महज 92 रन पर गिर जाने के साथ। तीसरे दिन सुबह भारतीय टीम की पारी महज 99 रन पर सिमट गई।
न्यूजीलैंड के लिए शेन बॉन्ड और डेरेल टफी ने 4-4 विकेट लिए. जवाब में भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान ने कहर बरपाने वाली गेंदबाजी की और महज 29 रन देकर 5 विकेट चटकाते हुए न्यूजीलैंड को केवल 94 रन पर समेट दिया। आशीष नेहरा और हरभजन सिंह ने 2-2 विकेट लेकर उनका साथ दिया। यह दुनिया का इकलौता मैच है, जिसमें किसी टीम ने पहली पारी में 100 से कम रन बनाने के बावजूद पहली पारी की बढ़त हासिल कर ली।
साथ ही यह उस समय न्यूजीलैंड का भारत के खिलाफ सबसे कम टेस्ट स्कोर का नया रिकॉर्ड भी था। भारत की दूसरी पारी भी महज 154 रन बनाकर इसी दिन सिमट गई। इसे समेटने में फिर से टफी ने 4 विकेट लेकर अहम योगदान दिया, लेकिन इस बार उन्हें साथ मिला 4 विकेट लेने वाले जैकब ओरम का। न्यूजीलैंड ने बिना विकेट खोए 24 रन बनाए। मैच के चौथे दिन न्यूजीलैंड ने ये टेस्ट मैच 4 विकेट से जीत लिया, लेकिन इतिहास तो बन ही चुका था।
- तीसरी बार ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका का मुकाबला बना यादगार
टेस्ट इतिहास में एक ही दिन में चारों पारियां खेले जाने का तीसरा उदाहरण 2011 में ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका के बीच केपटाउन टेस्ट में सामने आया. टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के बचे हुए 2 विकेट गंवाए और उसकी पारी 284 रन पर सिमट गई. जवाब में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी महज 96 रन पर समेट दी. शेन वॉटसन ने 5 और रेयान हैरिस (ने 4 विकेट लिए।
बारी थी अफ्रीका गेंदबाजों की. वेर्नोन फिलेंडरकी अगुआई में डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कलने आस्ट्रेलिया की दूसरी पारी सबसे कम 47 रन पर ही समेट दी। फिलेंडर ने 15 रन पर 5, स्टेन ने 23 रन पर 2 और मोर्कल ने 9 रन देकर 3 विकेट लिए। मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी इसी दिन शुरू की और एक विकेट गंवा दिया। अगले दिन दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान ग्रीम स्मिथ ने नॉटआउट 101 रन और हाशिम अमला ने 112 रन ठोककर अपनी टीम को रिकॉर्ड जीत दिला दी।
- चौथा बार भारत और इंग्लैंड का मैच बनने जा रहा यादगार
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंग्लैंड पर भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी, जिसमें अग्रेजों को 10 विकेट से हराया था। वहीं, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम ने पहले ही दिन 112 रन पर ऑल आउट हो गई। इंग्लैंड के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम भी 145 रन ही बना सकी।भारत के 33 रन के बढ़त के जवाब में दूसरे दिन इंग्लैंड ने 81 रन बनाए, जिसमें 48 की बढ़त बनाई है। भारत ने बिना विकेट गंवाए 49 रन आसानी से बना लिए।

अन्य समाचार