गोरखपुर, जेएनएन। इंटरनेट मीडिया के दुरुपयोग रोकने और डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म से परोसे जा रहे कटेंट पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने गुरुवार को नया दिशा-निर्देश जारी किया। सरकार ने इसके तहत शिकायत मिलने पर व्यक्ति और संस्था की जिम्मेदारी तय की है। दिशा-निर्देश के मुख्य बिंदुओं की जानकारी जब गुरुवार की शाम तक इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही गोरखपुर के लोगों तक पहुंची तो उन्होंने इसे लेकर सरकार के निर्णय का न केवल स्वागत किया बल्कि वर्तमान परिस्थितियों में इसे जरूरी भी बताया। सबने एक स्वर से कहा कि बहुत से लोग इंटरनेट मीडिया और डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म को अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो कुछ लोग इसपर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। ऐसे इसके इस्तेमाल का मानक तय होना जरूरी था।
फ्राड सूचनाओं के लिए उचित कदम
शिक्षक डा. त्रिपरेश त्रिपाठी का कहना है कि आजकल डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म की संख्या काफी बढ़ गई है। बहुत से प्लेटफार्म पर बिना सत्य की पड़ताल किए ही खबरें डाल दी जाती हैं। बाद में वह गलत साबित होती हैं लेकिन तबतक वह खबरें अफवाह के रूप में लोगों तक पहुंच चुकी रहती हैं। ऐसे में नियंत्रण बहुत जरूरी था। प्रतियोगी छात्र शिव प्रसाद शुक्ल का कहना है कि मैं इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल लोगों को जागरूक करने के लिए करता हूं। पर बहुत से ऐसे लोग इसका इस्तेमाल अफवाह फैलाने या भड़ास निकालने के लिए कर रहे हैं। सरकार के इस निर्णय से हम जैसे लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा और दुरुपयोग करने वाले लोग हतोत्साहित होंगे। समाचार वाचक विकास राय के मुताबिक हर हाथ में मोबाइल फोन होने से इंटरनेट मीडिया का दुरुपयोग बढ़ गया है। बहुत से लोग अपनी भावनाओं को इस बात की चिंता किए बगैर पोस्ट कर देते हैं कि उससे दूसरे की भावना आहत होगी। ऐसे में इस पर नियंत्रण आवश्यक था। सरकार का यह निर्णय सराहनीय और स्वागत योग्य है। रोटरी क्लब युगल की अध्यक्ष सुधा मोदी का कहना है कि इंटरनेट मीडिया और डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए सरकार को ऐसे दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर देने चाहिए था। इन दोनों ही प्लेटफार्म का सकारात्मक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल होने चाहिए। ऐसे में इस पर नियंत्रण बहुत जरूरी था। इसका प्रभाव दिखेगा।