भारत में डिजिटल कर्मचारियों की बढ़ेगी मांग, Amazon की इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Amazon की कंपनी एमेजॉन वेब सर्विसेज, इंक. (एडब्ल्यूएस) ने आज अपनी नई रिसर्च रिपोर्ट के नतीजों का खुलासा किया. इस रिपोर्ट का शीर्षक "अनलॉकिंग एपीएसी'ज डिजिटल पोटेंशियल : चेंजिंग डिजिटल स्किल नीड्स एंड पॉलिसी अप्रोचेस" दिया गया है. यह रिपोर्ट स्‍ट्रैटेजी और इकनॉमिक कंसलटिंग फर्म अल्फाबीटा की ओर से तैयार और एडब्ल्यूएस की ओर से जारी की गई है. इस रिपोर्ट में कर्मचारियों की ओर से आज नौकरियों में इस्तेमाल की जा रही डिजिटल स्किल्स का विश्लेषण किया गया है. इसके अलावा एशिया-प्रशांत के 6 देशों में अगले पांच सालों में जिन डिजिटल स्किल्स की कर्मचारियों को जरूरत होगी, इसका भी रिपोर्ट में विश्लेषण किया गया है. इन देशों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, जापान, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया शामिल है.

रिसर्च में भारत में 500 से ज्यादा डिजिटल वर्कर्स का सर्वे किया गया. इसमें टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट, बिजनेस लीडर्स और पॉलिसी मेकर्स का इंटरव्यू लिया गया. इस रिसर्च से पुष्टि हुई कि डिजिटल स्किल्स निर्माण और शिक्षा जैसे गैर तकनीकी क्षेत्र के लिए जरूरी है. निर्माण सेक्टर में क्लाउड आर्किटेक्ट डिजाइन और ओरिजिनल डिजिटल कंटेंट जैसे सॉफ्टवेयर और वेब एप्लिकेशन बनाने की क्षमता जैसी डिजिटल स्किल्स की 2025 तक काफी डिमांड होगी. निर्माण क्षेत्र में 50 फीसदी से ज्यादा डिजिटल वर्कर्स का विश्वास है कि उन्हें पूरी योग्यता से अपनी नौकरी करने के लिए इन स्किल्स की जरूरत पड़ेगी. शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल सुरक्षा को विकसित करने की क्षमता, साइबर फोरेंसिक टूल्स और तकनीक काफी महत्वपूर्ण स्किल होगी। दूरदराज के इलाकों में पढ़ने-पढ़ाने और सीखने-सिखाने के लिए इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए यह सुनिश्चित करना भी बहुत जरूरी हो गया है कि स्कूल, टीचर और स्टूडेंट्स साइबर हमलों से सुरक्षा में सक्षम बनें.
13 फीसदी है मौजूदा संख्या
रिसर्च में खुलासा किया गया कि इस समय भारत में डिजिटल स्किल से लैस कर्मचारियों की संख्या कुल कर्मचारियों की 13 फीसदी संख्या का प्रतिनिधित्व करती है. रिसर्च से अनुमान लगाया गया है कि 2025 तक भारत में डिजिटल स्किल से लैस कर्मचारियों की जरूरत आज से नौ गुना होगी. भारत के औसत कर्मचारी को 2025 तक नई तकनीक की प्रगति से वाकिफ होने और इंडस्ट्री की मांग[. के अनुसार योग्यता पैदा करने के लिए सात नई डिजिटल स्किल्स सीखने की जरूरत होगी. कुल मिलाकर भारत में 2020 से 2025 तक 3.9 बिलियन लोगों को डिजिटल स्किल ट्रेनिंग्‍स देने की जरूरत पड़ेगी.
क्लाउड कंप्यूटिंग में भी आगे
रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया कि भारत में अभी भी 76 फीसदी डिजिटल कर्मचारियों को क्लाउड कंप्यूटिंग में प्रशिक्षण की उम्मीद है. डिजिटल कर्मचारियों को अपनी नौकरी पूरी योग्यता से करने के लिए इस तकनीक में परफेक्ट होना बहुत जरूरी होगा. क्लाउड आर्किटेक्चर डिजाइन, सॉफ्टवेयर ऑपरेशंस सपोर्ट, वेबसाइट/गेम/सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट/बड़े पैमाने पर डेटा मॉडलिंग और साइबर सिक्युरिटी की स्किल्स भारत में पांच सबसे सबसे अधिक मांग वाले डिजिटल कौशल में शामिल है. अगली जेनरेशन के क्लाउड प्रोफेशनल्स के लिए भारत में उच्‍च शिक्षा संस्‍थाओं[4] ने हाल ही में एडब्ल्यूएस की ओर से डिजाइन और एकीकृत किए गया क्लाउड कंप्यूटिंग के सिलेबस को कॉलेज के मेनस्ट्रीम में शामिल किया है. क्लाउड कंप्यूटिंग कॉन्टेंट शिक्षा संस्थाओं के अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम का हिस्सा होंगे. यह प्रोग्राम क्लाउड आर्किटेक्चर, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सिक्युरिटी, मशीन लर्निंग और सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट क्लाउड स्किल्स की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है.
डिजिटल वर्कर्स की मांग में तेजी
एआईएसपीएल, एडब्ल्यूएस इंडिया और साउथ एशिया में पब्लिक सेक्टर के प्रेसिडेंट राहुल शर्मा ने कहा, "ये रिसर्च गैर तकनीकी क्षेत्रों जैसे निर्माण और शिक्षा के क्षेत्र में भी डिजिटल वर्कर्स की मांग को तेजी से उभारती है. एडब्ल्यूएस ज्यादा से ज्यादा छात्रों और कर्मचारियों को क्लाउड स्किल्स से लैस करने के प्रति प्रतिबद्ध है, जिससे सभी सेक्टरों में डिजिटल बदलाव में मदद मिलेगी. हम कई अन्य शिक्षण संस्थाओं और औद्योगिक संस्थानों के साथ साझेदारी कर क्लाउड स्किल्स से लैस प्रतिभाओं को निखारने के लिए अपने दायरे का विस्तार कर रहे हैं। क्लाउड स्किल से लैस कर्मचारियों के माध्यम से इनोवेशन में तेजी आएगी और भारत के प्रॉडक्ट्स विश्व के अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा बेहतर ढंग से प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे."
ऑनलाइन कंटेट की बढ़ती डिमांड
एडब्ल्यूएस कई विधाओं में ट्रेनिंग के मुफ्त अवसर प्रदान करता है, जिसमें 500 से ज्यादा फ्री कोर्सेज शामिल है. इसमें इंटरएक्टिव लैब और दिन भर लंबे चलने वाले वर्चुअल ट्रेनिंग सेशन शामिल हैं, जहां तक एडब्‍लूएस ट्रेनिंग एंड सर्टिफिकेशन के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। एडब्ल्यूएस सबसे ज्यादा डिमांड वाली नौकरियों और क्‍लाउड कैरियर पाथवेज के लिए छात्रों को मुफ्त, खुद अच्छी तैयारी करने के लिए ऑनलाइन लर्निंग कॉन्टेंट प्रदान करती है. इससे मांग के अनुसार कर्मचारियों को क्लाउड इंजीनियर, साइबर सिक्युरिटी स्पेशलिस्ट, मशीन लर्निंग साइंटिस्ट और डेटा साइंटिस्ट जैसी नौकरियों के लिए आवश्यक स्किल्स से लैस किया जाता है.

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