5 राज्यों में चुनावी शंखनाद, लेकिन कोरोना संकट के बीच मतदान कराना रहेगी चुनौती

देश के 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कोरोना के खतरे के मद्देनजर एहतियात बरतते हुए बिहार विधानसभा चुनाव की तर्ज पर संभावित गाइडलाइन तैयार की जा सकती है. चुनाव आयोग ने शुक्रवार को इन राज्यों के लिए चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है.

बंगाल और तमिलनाडु समेत 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब कोरोना संकट है. कोरोना के केस कम होने के बाद फिर से मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसे में महामारी के प्रकोप के बीच चुनाव कराना बड़ी चुनौती है. चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव में शामिल सभी लोगों को कोरोना टीका लगाया जाएगा.
चुनाव को लेकर कुछ अहम गाइडलाइंस तैयार की जा सकती हैं.
1. नामांकन के पर्चे दाखिल करते वक्त उम्मीदवार के साथ न्यूनतम तय संख्या में लोग रहें या फिर उम्मीदवार अपना नामांकन ऑनलाइन भी दाखिल कर सकते हैं. यही नहीं चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र के साथ जमानत राशि भी ऑनलाइन जमा कर सकते हैं.
2. रोड शो के दौरान उम्मीदवार तय संख्या से ज्यादा वाहनों का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
3. मतदान के दिन अगर किसी मतदाता को बुखार, खांसी जैसे कोरोना वायरस से संक्रमण के लक्षण भी दिखे तो उन्हें एक टोकन दिया जाएगा. उस टोकन के माध्यम से वे मतदान के अंतिम घंटे में अपना वोट डाल पाएंगे.
4. ईवीएम मशीन में अपना मतदान करने से पहले मतदाताओं को मास्क और दस्ताने दिए जाएंगे.
5. हर एक मतदान केंद्र पर निर्धारित संख्या में ही मतदाता वोट दे पाएंगे.
6. सभी मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र के अहाते में पूरे समय मास्क पहनना अनिवार्य होगा. मतदान से पहले अधिकारियों और उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट के सामने जिसे पहचान जाहिर करने के दौरान ही थोड़ी देर के लिए उन्हें मास्क हटाना होगा.
7. कोरोना संक्रमण के दौरान एहतियातन तन्हाई में या क्वारनटीन हुए मरीज मतदाताओं को स्वास्थ्य अधिकारियों की मौजूदगी में मतदान के अंतिम घंटे में वोट डालने की इजाजत होगी. इस दौरान संक्रमण की रोकथाम के लिए तमाम उपाय भी किए जाएंगे.

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