MP: बाबूलाल पर बंटी कांग्रेस, दिग्विजय सिंह के भाई बोले- गोडसे उपासकों की जगह जेल में

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के 'भक्त' के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. 2 दिन पहले गोडसे की आरती उतारने वाले बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में एंट्री का विरोध करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि गोडसे उपासकों की जगह कांग्रेस में नहीं बल्कि जेल में है.

अरुण यादव के बाद कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता और चाचौड़ा से विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में आने का विरोध किया है. शुक्रवार शाम को ट्वीट करते हुए लक्ष्मण सिंह ने लिखा कि 'गोडसे के उपासकों के लिए सेंट्रल जेल उपयुक्त स्थान है, कांग्रेस पार्टी नहीं. गृह मंत्रालय भी गोडसे समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखे तो उचित होगा.'
गोडसे के उपासकों के लिए सेंट्रल जेल उपयुक्त स्थान है,कांग्रेस पार्टी नहीं।ग्रह मंत्रालय भी गोडसे समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखे तो उचित होगा। @INCIndia @OfficeOfKNath @INCMP
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भी अपनी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि देश के सभी बड़े नेता कहते हैं कि देश का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे था. आज गोडसे की पूजा करने वाले के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर वे सब खामोश क्यों हैं? उन्होंने इस विवाद में भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का भी जिक्र किया और कहा कि 'यही स्थिति रही तो भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी यदि भविष्य में कांग्रेस में आएं तो क्या पार्टी उन्हें स्वीकार करेगी?
ग्वालियर में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में बाबूलाल चौरसिया कांग्रेस में शामिल हुए. यही वही बाबूलाल चौरसिया हैं, जिन्होंने 15 नवंबर 2017 में नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाया था और गोडसे की आरती उतारी थी.
पूर्व मंत्री ने किया स्वागत
दूसरी ओर, कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे उमंग सिंघार ने शुक्रवार शाम ट्वीट करते हुए लिखा कि 'इंदिराजी और राजीवजी के हत्यारों को गांधी परिवार ने माफ कर दिया गांधीजी जिन्दा होते तो गोडसे को भी माफ कर देते. महात्मा गांधी अमर हैं अमर रहेंगे. गोडसे की विचारधारा को त्याग कर जो भी गांधी जी की विचार धारा वाली पार्टी कांग्रेस में आ रहा है, वे सभी स्वागतयोग्य है.
इंदिराजी राजीवजी के हत्यारों को गांधी परिवार ने माफ कर दिया गांधीजी जिन्दा होते तो गोड्से को भी माफ कर देते । महात्मा गांधी अमर हैं अमर रहेंगे । गोड्से की विचारधारा को त्याग कर जो भी गांधी जी की विचार धारा वाली पार्टी कांग्रेस में आ रहा हैं वे सभी स्वागतयोग्य है|@OfficeOfKNath
आपको बता दें कि उमंग सिंघार कमलनाथ सरकार में वन मंत्री थे. इस दौरान वह तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर सीधा निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार में दो-दो पावर सेंटर काम कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने दिग्विजय सिंह पर यह भी आरोप लगाए थे कि वो अपने समर्थक विधायकों और मंत्रियों के दम पर कमलनाथ सरकार को ब्लैकमेल करते हैं.

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