सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 कांग्रेस नेताओं ने शुरू किया 'सेव आइडिया ऑफ इंडिया' कैंपेन

कांग्रेस पार्टी (Congress) में संगठनात्मक बदलाव की मांग के लिए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखने वाले 23 पार्टी नेताओं के समूह अब देशव्यापी “सेव द आइडिया ऑफ इंडिया” कैंपेन लॉन्च कर रहे हैं. इसके लिए रैलियों और जनसभा की शुरुआत शनिवार को जम्मू से हो रही है, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने सबको आमंत्रित किया है. गुलाम नबी आजाद भी उन 23 कांग्रेस नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी में आमूलचूल परिवर्तन की मांग की थी. आजाद राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद शुक्रवार को जम्मू पहुंचे थे.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपिंदर हुड्डा, विवेक तन्खा, कपिल सिब्बल और दूसरे नेता जम्मू पहुंच रहे हैं. इनमें से पार्टी के एक नेता ने बताया, “उन्होंने हमें वहां आने को कहा है इसलिए हम सॉलिडैरिटी में जाएंगे. शनिवार को दो जनसभा और रविवार को एक जनसभा करने की योजना है. यह हम पूरे देश में करने जा रहे हैं. जम्मू के बाद हमने लुधियाना और कुरुक्षेत्र में योजना बनाई है.”
यह अभी तक साफ नहीं है कि इन जनसभाओं में कांग्रेस पार्टी या इसकी स्थानीय इकाई शामिल होंगी या नहीं. पिछले साल अगस्त में 23 कांग्रेस नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सक्रिय नेतृत्व और व्यापक संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) में चुनाव और पार्टी में सुधार का मुद्दा उठाया था. इन मुद्दों पर चर्चा भी हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया. 22 जनवरी को हुई CWC मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा था कि पहले पार्टी का ध्यान आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों पर होना चाहिए.
इस जनसभा को लेकर मुख्य कारण गुलाम नबी आजाद को सम्मानित करना बताया जा रहा है, जो हाल में 4 दशकों के बाद राज्यसभा से रिटायर हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक एक पार्टी नेता ने बताया, “यह सभी देशभक्त राष्ट्रवादी ताकतों को एक साथ लाने के लिए प्ररित करने का और भारत के विचार को बचाने के लिए बड़े प्रयास का हिस्सा है.” उन्होंने यह भी कहा कि आगामी चुनावों में वे भी कैंपेन करेंगे. उन्होंने कहा, “हमारा मैसेज भारतीय जनता पार्टी को हराना है और भारत को एक बहुसंख्यकवादी राष्ट्र बनाने से बचाना है.”
वहीं इस समूह के एक दूसरे नेता ने कहा कि यह मीटिंग कांग्रेस हाई कमांड के लिए भी एक संदेश है. उन्होंने नाम ना बताने की शर्त पर कहा, “हम पार्टी आला कमान को बताना चाहते हैं कि हम एकसाथ हैं. हमारे पास एक मुद्दा है और उन्हें इसके लिए अवश्य कुछ करना चाहिए.” शुक्रवार को गुलाम नबी आजाद तीन दिनों के दौरे पर जम्मू पहुंचे थे तो उनका पार्टी नेताओं ने स्वागत किया था.
SBI ने 44 करोड़ ग्राहकों को किया अलर्ट! मोबाइल पर मिला ये SMS तो फटाफट करें ये काम, वरना होगा बड़ा नुकसान
Assembly Elections Date 2021: पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी चुनाव की तारीखों का ऐलान, 2 मई को नतीजे-जानिए पूरा शेड्यूल

अन्य समाचार