60 साल से अधिक उम्र के लोगों का शुरू हुआ टीकाकरण

किशनगंज । आम जनता के लिए कोविड 19 का टीकाकरण शुरू हो चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों व दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को कवर किया जा चुका है। अब 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका दिया जाना है। इसके अलावा 45-59 वर्ष के वैसे नागरिकों का टीकाकरण किया जाएगा, जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं।

टीकाकरण में इस बार सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी शामिल किया जाएगा। इससे आम लोगों के पास अपनी पसंद के सेंटर पर टीका लगवाने का विकल्प होगा। तृतीय चरण में लक्षित लाभार्थियों का टीकाकरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक के सभी सरकारी संस्थानों में निश्शुल्क किया जाएगा। अगर टीकाकरण कराने के लिए निजी अस्पतालों का चयन करते हैं तो इसकी सुविधा चिन्हित निजी अस्पतालों में निश्शुल्क व्यवस्था की गई है।

कोरोना वैक्सीन के लिए एडवांस सेल्फ-रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। रजिस्ट्रेशन कराने के तीन तरीके हैं। एडवांस सेल्फ रजिस्ट्रेशन भी सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा ऑन द स्पॉट रजिस्टर कराने का भी विकल्प है। तीसरे विकल्प में सरकार खुद आपसे वैक्सीन के लिए संपर्क करेगी। अगर आप टीकाकरण के योग्य हैं तो कोविन एप डाउनलोड कर रजिस्टर कर सकते हैं। इसके अलावा आरोग्य सेतु पर भी रजिस्टर किया जा सकता है।
निम्न रोगों से ग्रसित मरीजों को दी जाएगी प्राथमिकता -
जिला प्रशासन द्वारा जारी पत्र के अनुसार विगत एक साल में अस्पताल में प्रवेश के साथ हार्ट फेल्योर ,कार्डिएक ट्रांसप्लांट, लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डेविक महत्वपूर्ण बाएं वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक शिथिलता मध्यम या गंभीर वाल्वुलर हृदय रोग, गंभीर पीएएच या जन्मजात हृदय रोग वाले मरीज को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा उच्च रक्तचाप, मधुमेह के साथ कोरोनरी धमनी रोग, किडनी, लीवर, हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, हेमोडायलिसिस, सीएपीडी पर अंत चरण गुर्दा रोग, मौखिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड, इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं का वर्तमान लंबे समय तक उपयोग विघटित सिरोसिस आदि रोगियों को तत्काल टीका लगाया जाएगा। दो वर्षों में हॉस्पिटलाइ•ोशन के साथ गंभीर श्वसन रोग, लिम्फोमा, ल्यूकेमिया, मायलोमा, एक जुलाई 2020 को या उसके बाद किसी भी कैंसर थेरेपी पर किसी ठोस कैंसर का निदान, अस्थि मज्जा विफलता, अप्लास्टिक एनीमिया, थैलेसीमिया मेजर, प्राथमिक इम्यूनोडिफिशिएंसी रोग, एचआइवी संक्रमण, बौद्धिक अक्षमता के कारण दिव्यांग व्यक्ति, मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, श्वसन प्रणाली की भागीदारी के साथ एसिड का हमला व दिव्यांगजनों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी।
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