साइबर अपराधी के उपयोग वाले बैंक खाते फ्रीज

जहानाबाद : साइबर अपराधी द्वारा उपयोग किए बैंक खाते को जहानाबाद पुलिस ने फ्रीज करा दिया है। स्थानीय परसबीघा थाने के शाहपुर निवासी विश्वमजीत की गिरफ्तारी के बाद बेतिया का रहने वाला मास्टरमाइंड अफरोज की तलाश है। वह दिल्ली, बेतिया, पटना और यूपी के कुशीनगर में अपना ठिकाना बनाकर रखा है। गिरोह के 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी जहानाबाद के परसबीघा थाने में दर्ज की गई है।

पटना विश्व विद्यालय में पढ़ाई के दौरान बेतिया के अफरोज से जहानाबाद के शाहपुर निवासी विश्वम की दोस्ती हुई थी। वर्ष 2016 से दोनों की दोस्ती साइबर अपराध की दिशा में मुड़ गई। बिहार के विभिन्न इलाके में बैंक खाते खरीद कर पैसा मंगाना और उस पैसे को यूपी के कुशीनगर और कुछ पैसे राजस्थान से निकासी करने का पता चला है।

गैंग के लोगों ने एसबीआई के एक खाता देने पर उन्हें आठ हजार रुपये खाताधारी को देते थे। अन्य बैंक खाताधारी को चार हजार रुपये दिया जाता था। शाहपुर निवासी निरंजन ने भी अपना खाता आठ हजार में बेचा था। हालांकि नेटवर्क बड़ा होने के कारण पुलिस विभाग ने अपराध विभाग से जांच कराने के लिए मांग किया गया है।
-- केरल फेडरल बैंक से खुलासा -
अवैध लेनदेन का धंधा वर्ष 2016 में पटना विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान विश्वमराज व अफरोज ने शुरू कर दी थी। कॉलेज की दोस्ती साइबर अपराध की दुनियां में पहुंचा दिया। अफरोज ने विश्वमराज को साइबर अपराध की दुनिया में लाकर खड़ा मुकाम दिया। पैसे की लालच में विश्वमराज धीरे-धीरे बड़ा नेटवर्क बना लिया। दिल्ली, पटना, बेतिया सहित कई जिले में एक गैंग तैयार हो गया। गैंग के सदस्य लोगों को फर्जी बैंक अधिकारी बताकर कॉल करते हैं और अलग-अलग खाते में ट्रांसफर करते थे। चार साइबर अपराधियों से जहानाबाद पुलिस को ऐसी यूएइ की फस्ट आबू धाबी बैंक ने केरल के फेडरल बैंक को साइबर अपराधियों द्वारा अवैध लेनदेन की सूचना दी थी विश्वमराज, निरंजन, अंकुर व सोनू के अलावा कई गैंग के लोगों के विभिन्न बैंकों के खातों से 26 लाख 96 हजार हुए।
-- जहानाबाद टू बेतिया नेटवर्क --
अवैध लेनदेन जहानाबाद टू बेतिया फैला जिसमें बिहार के कई जिले के सदस्य हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाताधारी को एक दिन के लिए सबसे अधिक 8 हजार रुपये भुगतान किया जाता था। अन्य बैंक खाते के लिए चार से छह रुपये मिलता था। जहानाबाद पुलिस ने परसबीघा, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी से जिन चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है उसके अलग-अलग बैंक खाते से 26.96 लाख रुपये का अवैध लेनदेन फरवरी में होने की पुष्टि हुई है। इस गैंग का खुलासा यूएइ के फ‌र्स्ट आबूधाबी बैंक से केरल के फेडरल बैंक को मिले इनपुट के आधार पर हुआ है।
पुलिस ने फिलहाल अवैध ट्रांजेक्शन वाले एकाउंट को फ्रीज कर जांच आरंभ कर दी। गैंग का मास्टरमाइंड अफरोज की तलाश जारी है।
दिल्ली, बेतिया, पटना सहित कई जिले में अफरोज का अपना ठौर-ठिकाना।
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10 लोग बनाए गए अभियुक्त
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बेतिया निवासी अफरोज आलम, शाहीद अनवर, मो अशरफ, मो. नेहाल, अलतस, विपुल कुमार
जेल जाने वाले अपराधी -
गुलशन कुमार, निरंजन कुमार, विश्वमराज और अंकुर कुमार किस खाते से कितनी राशि का ट्रांजेक्शन
नाम - बैंक- ट्रांजेक्शन(रुपये में)
विश्वमराज - एसबीआइ - 7 लाख
- यूनियन बैंक - 91 हजार
निरंजन कुमार-यूनियन बैंक-3.44 लाख
अंकुर -एसबीआइ - 6.77 लाख
सोनू कुमार - एसबीआइ -4.47 लाख
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-- जनवरी में साइबर अपराध के मामले
वित्तीय धोखाधड़ी - 23
नौकरी दिलाने का - 2
वैवाहिक -1
डाटा चोरी- -3
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