पांच हल्का कर्मचारी और एक अमीन के सहारे 16 पंचायत और नप के 29 वार्ड

दरभंगा। सरकार की विकास योजनाओं और भूमि विवाद को सुलझाने में अहम किरदार अंचल कार्यालय में कर्मियों का भारी टोटा है। प्रखंड की 16 पंचायत एवं नगर परिषद के 29 वार्डों के कार्यों के निष्पादन के लिए मात्र पांच हल्का कर्मचारी और एक अमीन है। काम के हिसाब से यहां 22 हलका कर्मचारी और तीन अमीन का होना नितांत आवश्यक है। काम के बोझ तले दबे कर्मियों के गायब होते मचता हंगामा

गुरुवार को सुबह 11 बजे अंचल कार्यालय की सामान्य प्रशाखा में प्रधान लिपिक इबने हसन सामान्य कार्यों निष्पादन रहे थे। लिपिक श्याम बिहारी, संविदा लिपिक राम खेलावन मंडल एवं अरुण चौधरी भी काम में लगे थे। इसी बीच 11 बजकर 5 मिनट पर नाजिर संजीव चौधरी कार्यालय पहुंचे। वहीं अंचल निरीक्षक सुभाष कुमार चौधरी विभिन्न तरह के आवेदनों की जांच में लगे थे। पता चला कर्मियों की कमी का कोपभाजन अक्सर होना पड़ता है। थोड़ी देर के लिए कोई बाहर जाता है तो हंगामा मच जाता है।

बोले लोग : कर्मियों की लापरवाही से नहीं होता वक्त पर काम
11 बजकर 10 मिनट पर आरटीपीस काउंटर दर्जनों छात्र-छात्राएं अपनी बारी के इंतजार में कतारबद्ध थीं। कार्यपालक सहायक नवीन कुमार ऑनलाइन आवेदन निष्पादित कर रहे थे। मौके पर मौजूद महिनाम के सीता राम झा, हाबीभौआर के नरेश झा, मझौड़ा के शिया बिहारी ठाकुर, देवराम के राजू ठाकुर, धरौड़ा के शियाराम राय ने बताया कि अंचल कार्यालय में केवल हल्का कर्मचारियों के लापरवाही से ससमय पर कार्यों के निष्पादन नहीं हो रहा है। जातीय, आवासीय,आय प्रमाण पत्रो पर हस्ताक्षर के लिए हमेशा भटकना पड़ रहा है।
एक हल्का कर्मचारी को कार्य आवंटित नहीं अंचल अधिकारी भुवनेश्वर झा ने बताया फिलहाल चार हल्का कर्मचारियों के सहारे अंचल में कार्यालय चल रही है। जबकि एक हल्का कर्मचारी को कार्य का आवंटन नहीं किया गया है। नवीन कुमार सिंह को तरौनी शिवराम,देवराम अमेठी, हरिपुर व सझुआर पंचायत आवंटित है। सुधीर कुमार सिंह को बेनीपुर, जरिसो, डखराम, महिनाम, सज्जनपुरा, पश्चमी पोहदी एवं धेरुख दिया गया है। जबकि सुभाष कुमार चौधरी को बाथो रढि़याम, हाबीभौआर, माधोपुर, गणेश बनौल बलनी, बहेड़ा एवं वशुहाम आवंटित है। वही कमल नाथ यादव को रमौली, मकरमपुर,मझौड़ा, नवादा पंचायत आवंटि है। जबकि दिगंबर झा संविदा विस्तार की प्रतीक्षा में है।
कर्मियों की कमी के कारण दाखिल खारिज का काम प्रभावित
काम के हिसाब से 22 हल्का कर्मचारी होने चाहिए। लेकिन, संख्या बल की कमी के कारण दाखिल खारिज आदि कार्यों के लिए लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। 28 फरवरी 2021 तक के 8877 दाखिल खारिज आवेदनों में से 1635 आवेदनों का निष्पादन नहीं हो सका है।
सबसे बड़ी समस्या अमीन की
सबसे बड़ी समस्या अमीन की है। वो सप्ताह में तीन दिन उपलब्ध रहते हैं। अंचल अमीन सुरेन्द्र कुमार सप्ताह में तीन दिन गुरुवार, शुक्रवार एवं शनिवार को ही रहते हैं। कुल मिलाकर कर्मियों की कमी के चक्कर में आम आदमी की परेशानी लगातार बढ़ रही है।
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