सड़क निर्माण में अनियमितता मामले में गिरेगी अभियंताओं पर भी गाज



तरियानी । तरियानी प्रखंड के वैद्यनाथपुर -छपरा पथ में निर्मित सड़क में अनियमितता मामले में संवेदक समेत ग्रामीण कार्य प्रमंडल के अभियंताओं पर भी गाज गिरेगी। दैनिक जागरण में छपी खबर और पूर्व विधान पार्षद वैद्यानाथ प्रसाद की शिकायत के बाद पटना से मंगलवार को तरियानी पहुंची ग्रामीण कार्य विभाग की टीम ने सड़क की जांच की। ग्रामीण कार्य विभाग पटना वन के चीफ इंजीनियर राजीव रंजन कुमार सिंह के नेतृत्व में एसी सुंदर प्रसाद, लैब टेक्नीशियन अरुण कुमार सिंह व विजिलेंस की टीम ने जगह-जगह सड़क की गुणवत्ता की जांच की। वहीं सड़क निर्माण में प्रयुक्त सामग्री का सैंपल लेकर पटना रवाना हुई। इस दौरान अधिकारियों की टीम ने पाया कि, निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। इस्टीमेट और मानक के अनुरूप काम नहीं किया गया है। जबकि, विभागीय अभियंता द्वारा बगैर जांच के संवेदक को करोड़ों की राशि का भुगतान कर दिया गया है। इस दौरान चीफ इंजीनियर ने कनीय अभियंता राजेश कुमार को कड़ी फटकार लगाई। वहीं कहा कि, इतना घटिया काम मैंने कभी नहीं देखा। इस बाबत पूछे जाने पर चीफ इंजीनियर राजीव रंजन कुमार सिंह ने बताया कि निर्माण में घोर अनियमितता की गई है। बताया कि, इसकी जांच की जा रही है। चाहे दोषी संवेदक हो या सरकारी अधिकारी और कर्मी, किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने दैनिक जागरण को धन्यवाद देते हुए कहा कि, दैनिक जागरण द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने के चलते ही इतने बड़े भ्रष्टाचार का उद़भेदन हो पाया है। उन्होंने कहा कि, रॉ मैटेरियल की जांच की जाएगी। वहीं जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर सहायक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह भी उपस्थित थे।

----------------------------------------------------
यह हैं मामला :::
तरियानी प्रखंड में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क के तहत वैद्यनाथपुर -छपरा पथ की स्वीकृति दी गई थी। 5.640 किमी लंबी सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी पूर्वी चंपारण जिले के चकिया के कुड़िया दामोदरपुर की सृष्टि सिडिकेट इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को मिली थी। सात अगस्त 2019 को निर्माण शुरू हुआ। छह अगस्त 2020 को निर्माण पूरा कर लिया जाना था। कुल चार करोड़ 22 लाख 43 हजार 931 रुपये की यह योजना जैसे-तैसे पूरी कर दी गई। संवेदक द्वारा इस साल जनवरी तक काम किया गया। निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई। कही भी मानक का पालन नहीं किया गया। कहीं एक इंच तो कही आधा इंच ढ़लाई की गई। जबकि, कम से कम चार इंच ढ़लाई करना है। नतीजतन सुल्तानपुर के पास यह सड़क ध्वस्त हो गई। अपने गांव पहुंचे पूर्व विधान पार्षद वैद्यनाथ प्रसाद को ग्रामीणों ने शिकायत की। इसके बाद उन्होंने सड़क की स्थिति देखी। साथ ही फोटोग्राफी की। उन्होंने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। साथ ही सीएम नीतीश कुमार और विभागीय अभियंता को भी इसकी जानकारी दी। उन्होंने मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की भी बात कही। इसके बाद सहायक अभियंता सुरेंद्र प्रसाद सिंह मौके पर पहुंचे और सड़क की जांच की। सहायक अभियंता ने खुद माना की निर्माण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां गड़बड़ी हुई है, निर्माण एजेंसी वहां सड़क तोड़कर फिर से मानक के अनुरूप निर्माण कराएगी। इससे संबंधित खबर सोमवार को दैनिक जागरण ने पृष्ठ संख्या पांच पर ''''तरियानी में सड़क निर्माण में गड़बड़ी, संवेदक को दोबारा बनाने का आदेश '''' शीर्षक से प्रकाशित की थी। इसके बाद राज्य सरकार ने खुद मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच का आदेश दिया। साथ ही इसके लिए 16 सदस्यीय टीम गठित की। यह टीम मंगलवार को तरियानी पहुंचकर मामले की जांच की। जांच में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई।
------------------------------------------
त्वरित कार्रवाई के लिए सीएम के प्रति जताया आभार :::
पूर्व विधान पार्षद वैद्यनाथ प्रसाद ने त्वरित कार्रवाई के लिए सीएम नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया है। सीएम द्वारा उनके पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच कराने और भ्रष्टाचार उजागर होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने सीएम से मामले की जांच कराने और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

अन्य समाचार