पोषण के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक

पूर्णिया। महिलाओं और शिशुओं को चिकित्सा मुहैया कराने को ले स्वास्थ्य विभाग और आइसीडीएस संयुक्त प्रयास कर रहा है। जलालगढ़ प्रखंड के दनसार पंचायत अंतर्गत करिआत गांव के महादलित टोला स्थित आंगनबाड़ी संख्या 103 की सेविका उषा भारती अपने पोषक क्षेत्रों की गर्भवती और धात्री महिलाओं को समय-समय पर पोषण के प्रति जागरूक कर रही हैं। इसके साथ ही कुपोषित बच्चों, युवतियों व अन्य महिलाओं की देखभाल भी करती हैं। गर्भावस्था से लेकर प्रसव तक हर तरह के दु:ख दर्द में सहयोगी के रूप में खड़ी रहती हैं।

पोषण युक्त भोजन लेने के लिए प्रेरित -

पोषक क्षेत्र के सभी लोगों की जानकारी आंगनबाड़ी सेविका के पास रहता है। महिलाओं को जांच कराने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी एएनएम और आशा कार्यकर्ता आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रतिमाह नियमित टीकाकरण और जांच करती है। गर्भवती महिलाओं की जांच कराने के बाद उसे पौष्टिक आहार खाने के लिए सही पोषण के बारे में सलाह दी जाती है। गर्भवती महिलाओं को हरी साग सब्जियां, मांस, मछली अंडा सहित प्रोटीनयुक्त भोजन करने की सलाह के लिए जागरूक किया जाता है।
नियमित फोलिक एसिड व कैल्शियम की दी जाती है दवा -:
सेविका उषा भारती ने बताया कि गर्भवती महिलाओं की पहचान होने के बाद उसकी जांच की जाती है। इसके बाद उसे आयरन व कैल्शियम की 180-180 टेबलेट दी जाती है। शरीर में खून की कमी नहीं हो।
क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका शालिनी सुमन ने कहा कि सेविका उषा भारती द्वारा अपने क्षेत्र में लोगों को सही पोषण की जानकारी देने के साथ ही कोरोना काल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। इन चुनौतियों का सामना करना बहुत ज्यादा कठिन था लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और पूरी मेहनत से महादलित बस्ती के लोगों के बीच जागरूकता लाने में सफल रही। प्रतिदिन सुबह से शाम तक कम से कम तीन या चार बार घर-घर भ्रमण कर बचाव की जानकारी दी गई ताकि लोग संक्रमण से बचे रह सकें।
-------------------
शॉर्ट मे जानें सभी बड़ी खबरें और पायें ई-पेपर,ऑडियो न्यूज़,और अन्य सर्विस, डाउनलोड जागरण ऐप

अन्य समाचार