सत्संग से ही दुखो का छुटकारा संभव: योगानन्द बाबा

संसू,परवाहा (अररिया): सत्संग के श्रवण से सभी दुख समाप्त हो जाते हैं। लोगों को सत्संग में आकर संतों की वाणी को सुनना चाहिए। जिससे इस भवसागर से मुक्ति मिल सके। उक्त बातें फारबिसगंज के झिरूवा पछियारी स्थित रामपुर बसगड़ा गांव में जिला स्तरीय दो दिवसीय 10 वां व 11 वां वार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए महर्षि मेंही दास के अनन्य भक्त वेदानन्द जी महाराज,योगानन्द जी महाराज व शिवानन्द जी महाराज ने लोगों को कही। संतों ने कहा कि सत्संग के सुनने से लोग भवसागर से पार हो जाते हैं। सभी दुखों को दूर करने वाले प्रभु सत्संग सुनने वालों के सभी दुखों का नाश करते हैं सत्संग से ही दुखों का छुटकारा संभव है।लोगों को व्यभिचार, नशा ,चोरी, हिसा इत्यादि से छुटकारा संतों के सानिध्य में आने से मिलता है। सत्संग सभी दुखों के अंत करने का रामबाण इलाज है। अगर हम सत्संग का श्रवण शुद्ध मन से करें तो हमें प्रभु के चरण में जगह मिल सकती है। यह मानव तन बहुत परिश्रम एवं पुण्य के बाद मिलता है। इसलिए इस जन्म में मनुष्य को ऐसे काम करना चाहिए। जिससे बार-बार इस मानव तन में होने वाले दुखों से छुटकारा मिल सके। उन्होंने उपस्थित लोगों को प्रतिदिन गुरु का ध्यान करने की सीख देते हुए कहा कि गुरु ही वे खेवनहार है जो भगवान तक पहुंचने का मार्ग दिखाते हैं।इस दौरान स्थानीय ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए ।जानकारी के अनुसार सत्संग की सफलता को लेकर विगत एक वर्ष से ग्रामीण व आसपास के गांव के साधु संत काफी प्रयास कर रहे थे।इस दौरान कोषाध्यक्ष कलानंद मेहता ने बताया कि सत्संग के आयोजन में स्थानीय युवाओं व ग्रामीणों का अहम भूमिका रही ।लोगों ने तन मन धन लगाकर सन्तो का समागम हेतु दिन रात एक कर दिए।इस दौरान आयोजन समिति के कलानंद मेहता,पूर्व मुखिया विश्वनाथ मेहता, ब्रह्मदेव मेहता, शिवनारायण मेहता,पूर्व उप प्रमुख प्रदीप मेहता, संतोष मेहता,प्रयाग मेहता, दुर्गानंद मेहता, संजय सत्यर्थी, बिपीन मेहता, अंकित मेहता ,गौरव केशरी आदि सक्रिय रूप से मौजूद थे।

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